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अनुशासन के साथ कर्म की भावना पैदा करते हैं एनसीसी व एनएसएस : डा. डीपी गोयल

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गुरुग्राम। रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य डा. डीपी गोयल ने कहा कि हमारे देश की आधी से ज्यादा आबादी युवाओं की है। युवाओं ने हर क्षेत्र में झंंडे गाड़े हैं। युवाओं को लेकर सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरुकता का कार्य द्रोणाचार्य महाविद्यालय सदा अग्रणी रहता है। यह बात उन्होंने शनिवार को द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में एनसीसी व एनएसएस के संयुक्त तत्वाधान में कैंप में कही।
डा. डीपी गोयल ने महाविद्यालय के प्राचार्य डा. वीरेंद्र अंतिल समेत सभी प्राध्यापकों, विद्यार्थियों को इस शिविर की बधाई देते हुए कहा कि शिक्षण संस्थानों से ही युवाओं को एक दिशा मिलती है। स्कूलों में प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद कालेज में युवाओं का चरित्र निर्माण होता है। शिक्षक हर कदम पर विद्यार्थियों को अच्छे-बुरे का बोध कराता है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने संदेश में कहा कि उच्च शिक्षा में पूरी तरह से एकाग्रचित और गंभीर होना चाहिए। यहां हमारे भविष्य का निर्माण हो रहा है। हमें अपने रुचिकर विषयों में पढ़ाई करके खुद को देश में योगदान के लिए तैयार करना है। डा. डीपी गोयल ने यह भी कहा कि युवा छात्रों को सामुदायिक सेवा के माध्यम से अपने व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए अनुभव प्रदान करने में एनएसएस की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। यह इकाई समाजसेवा की भावना भी पैदा करती है। अनुशासन में रहकर समाज को कुछ देना ही हमारा कर्म होना चाहिए।
मुख्य अतिथि कर्नल दिनेश ढींगरा ने कहा कि यह जरूरी नहीं कि सभी छात्र पढ़कर नौकरी ही करें। इन्हीं छात्रों में कल के बिजनेसमैन भी हैं। नेता भी हैं और अभिनेता भी हैं। महाविद्यालय का बेहतर माहौल है। शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास पर यहां विशेष ध्यान दिया जाता है। ऐसे माहौल का हर विद्यार्थी लाभ उठाए, ताकि अपने जीवन में कामयाबी की सीढ़ी चढऩे में कोई कठिनाई ना हो। इस अवसर पर प्रो. नीलमणि गौड़, डॉ. आरके शर्मा, सीमा, अशोक, समाजसेवी पारस बक्शी, जय बक्शी समेत अनेक विद्यार्थी मौजूद रहे।

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