बादशाहपुर, 20 अक्तूबर (अजय) : राजनीति की गलियों में समाजसेवी के रूप में बनकर आये और विधायक बन कर कार्य में जुटे विधायक राकेश दौलताबाद का मानना है कि जनता की सेवा करना उनका प्रमुख कर्तव्य है। कुछ लोगों की माने तो यह राजनीतिक चेहरा जरूरतमंदों के लिए अब विधायक के रूप में सहायतार्थ बनता जा रहा है। विधायक कार्यालय पर लगने वाले जनता दरबार में उनके विचार उनके नेतृत्व का प्रतीक बनते हैं। इस दरबार में विधायक राकेश व्यक्तिगत रूप से व्याकुल और समस्यायुक्त नागरिकों से मिलते हैं, उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करते हैं, और उन्हें समाधान ढूंढने में मदद करते हैं। राकेश दौलताबाद का यह कार्यालय ही जनता के समाधान कराने का प्रमाण देता है, इस सामान्य नेता को सजग तरीके से नागरिकों की आवाज़ सुनने में जनता के बीच एक विशेष स्थान मिलता है। राकेश का मानना है कि सत्ता तो चलती रहेगी, मगर जनता की सेवा का कार्य कभी अधूरा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, जनता की सेवा की पुनः आस्था की जरूरत है, और वह इसी मिशन पर काम कर रहे हैं। संगठन की विचारधारा और सच्चाई की नीतियों के साथ, वीर लगातार उन्नत होते हुए दिख रहे हैं। विधायक राकेश स्पष्ट रूप से अपनी सर्वजनीन सेवाओं को विपक्षी दलों के सम्मुख रख रहे हैं। उनका मानना है कि जनसेवा ही उनकी सतत कर्मयोग है।
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