जिला उपायुक्त निशांत यादव ने जिले में बढ़ती गर्मी के कारण दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों और विभिन्न कार्यस्थलों पर कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कम्पनियों, ठेकेदारों, और आर.डब्लू.ए सोसाइटियों को मजदूरों को गर्मी से बचाव हेतु आवश्यक कदम उठाने के आदेश दिए हैं।
उपायुक्त निशांत यादव ने अपने आदेश में कहा है कि सभी कार्यस्थल पर स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता होनी चाहिए। कार्यस्थल पर छाया, वेंटिलेशन और वाटर कूलर की व्यवस्था हो। कार्यस्थल पर छाया, वेंटिलेशन और वाटर कूलर की व्यवस्था हो। दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच कम से कम बाहरी काम आवंटित न करना हो। गर्मी से संबंधित बीमारियों के संपर्क में आने वाले श्रमिकों की चिकित्सा लागत को कवर करना। दोपहर के समय हाउस हेल्पर और घरेलू नौकरानियों को बुलाने से बचना है। इस आलावा अन्य स्थानों पर पर्सनल कार्य कराने वालो को निर्देश दिया है कि मजदूरों के लिए ठंडा पानी, छायादार स्थान, और प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। अत्यधिक गर्मी के समय कार्य के घंटों को समायोजित किया जाए, ताकि मजदूर सुबह और शाम के ठंडे समय में कार्य कर सकें। नियमित अंतराल पर पीने के पानी की व्यवस्था की जाए और मजदूरों को समय-समय पर पानी पीने के लिए प्रेरित किया जाए। श्रमिकों को प्राथमिक चिकित्सा किट दी जाए और किसी भी आपात स्थिति के लिए नजदीकी अस्पताल की जानकारी साझा की जाए। गर्मी में आराम के लिए अस्थायी राहत केंद्र स्थापित किए जाएं, जहां मजदूर थोड़ा विश्राम कर सकें।
जिला उपायुक्त निशांत यादव का कहना है कि गर्मी के मौसम में मजदूरों की सेहत और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके कार्य स्थल पर सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हों तथा वे सुरक्षित रहें। यह निर्देश गुरुग्राम शहर की विभिन्न सोसाइटियों और उद्योगों में लागू होंगे और तात्कालिक प्रभाव से कार्यान्वित किए जाएंगे। जिला प्रशासन सभी संबंधित पक्षों से सहयोग की उम्मीद करता है, जिससे मजदूरों का कार्य वातावरण सुरक्षित और स्वस्थ बना रहे।
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