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अरुणाचल: वायु सेना के लापता हेलीकॉप्टर की खोज को लेकर सर्च ऑपरेशन जारी

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PBK NEWS | नई दिल्ली । अरुणाचल प्रदेश में मंगलवार को लापता हुए वायु सेना के हेलीकॉप्टर की खोज को लेकर दूसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना की रेस्क्यू टीम और इंडो-तिब्बत बार्डर पुलिस बल, राज्य पुलिस बल के साथ मिलकर तलाशी अभियान कर रहा है।

अरुणाचल प्रदेश के पुलिस चीफ संदीप गोयल के मुताबिक हेलीकॉप्टर की खोज के लिए पपुम पारा जिले के यूपिया और होज तेलम के बीच घने जंगल और पहाड़ी क्षेत्र में तलाशी की जा रही है। लापता हुए हेलीकॉप्टर में तीन लोग सवार थे। हेलीकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश के प्रदेश के सगली गांव के पास गायब हुआ। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि शायद हेलीकॉप्टर बोरम और तोर इलाके के होस्तलम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।

सेना का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर अरुणाचल प्रदेश के बाढ़ग्रस्त इलाके में राहत कार्य में लगा हुआ था, जिसने कल सांगली के समीप स्थित पिलपुतु हेलीपैड से नहरलगन हेलीपैड के लिए उड़ान भरी थी। लाहांकि उड़ान भरने के बाद करीब 3.50 मिनट पर हेलीकॉप्टर लापता हो गया। तेजपुर स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट संबित घोष ने कहा कि चॉपर को जोरहट बेस से बाढग्रस्त इलाकों में राहत कार्यों के मद्देनजर लगाया गया था। चॉपर दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले अपनी पांच उडा़ने पूरी कर चुका था। लेकिन छठी उड़ान पूरी होती कि इससे पहले ही चॉपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

प्रदेश के सीएम पेमा खांडू ने एक ट्वीट के जरिए कहा कि भारतीय वायु सेना की ओर से सांगली और दंबुक इलाके में बाढ़ में फंसे 169 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जिसमें महिलाएं और बच्चे शामिल थे। सांगली इटानगर के उत्तर में है, जबकि दंबुक दिंबांग घाटी के निचले हिस्से में स्थित है। इससे पहले 23 मई को भारतीय वायु सेना का सुखोई फाइटर जेट दो क्रू मेंबर्स के साथ लापता हो गया था। तीन दिन बाद इसका मलबा बरामद हुआ था, जिसमें पायलटों स्क्वाड्रन लीडर डी.पंकज तथा फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस.अचुदेव की मौत हो गयी। विमान का मलबा इलाके की सघन तलाशी के दौरान 26 मई को मिला था।

वर्ष 2011 में एक पवन हंस हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वहीं तवांग में एक हेलीकॉप्टर दुर्घनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार 16 लोगों की मौत हो गयी थी। ऐसे में व्यवसायिक उड़ानों पर वर्ष 2013 तक प्रतिबंध लगा रहा। हालांकि इसे फिर से अरुणाचल प्रदेश और दूसरे हिस्सों में शुरु किया गया। पवन हंस हेलीकॉप्टर सर्विस लिमिटेड अरूणाचल प्रदेश, सिक्किम, मेघालय, नागलैंड और त्रिपुरा में अपनी सेवाएं देता है। इन लैंडलांक राज्यों के लिए यह एक लाइफलाइन है।

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