[post-views]

सीने दर्द होना हार्ट अटैक ही नही होता : डॉ. मोहित

179

PBK News, 13 जुलाई (ब्यूरो) : अक्सर हमारे शरीर में दर्द उठते है वही सिने में जब भी दर्द उठता है तो लोग उसे हार्ट अटैक के दर्द के रूप में भी देखते है दरसल कई बार गैस की वजह से भी सिने में दर्द उठ जाता है उक्त बातें डॉ. मोहित लाठर ह्रदय रोग विशेषज्ञ ने बोलते हुए कही उन्होंने कहा कि सीने में जलन या हार्ट बर्न, हृदय में होने वाला, वह दर्द और चुभन होती है, जिसमें दर्द के साथ-साथ खट्टी-खट्टी डकारें, मिचली, पेट में दर्द और भारीपन जैसे लक्षण भी नजर आते हैं। हालाँकि कई बार लोग इसे हार्ट अटैक भी समझ लेते हैं, लेकिन यह हार्ट अटैक नही बल्कि हार्ट बर्न के लक्षण होते हैं, जिनकी शुरुआत पेट से होती और इसका हृदय से कोई लेना देना नहीं होता।

 सेफ हेंड्स अस्पताल के डॉ. मोहित कहते है कि दरअसल जब हमारी गलत आदतों और बिगड़े आहार के सेवन की वजह से पेट में एसिड बनना शुरू होता है, तो यह बढ़ते-बढ़ते, पेट से गले तक पहुंच जाता है। जब यह गले में पहुंचता है तो इसके कारण गले समेत उसके आस-पास के हिस्सों में भी जलन होनी शुरू हो जाती है।

वहीं जब यह समस्या बढ़ जाती है, तो यह निरंतर होने लगती है। यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से इस समस्या का सामना कर रहा है, तो उसे डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। क्योंकि एसिडिटी यदि हद से आगे बढ़ जाए तो, यह पेट समेत शरीर के विभिन्न हिस्सों में अल्सर (जख्म) भी बना सकती है।

इस तरह होता है महसूस

डॉ. मोहित कहते है कि पेट में जलन का एहसास, सीने में जलन, मतली का एहसास, डकार आना, खाने पीने में कम दिलचस्पी, पेट में जलन का एहसास होते है

जलने होने के मुख्य कारण

डॉ. मोहित कहते है कि हमने ऊपर ज़िक्र किया कि सीने की जलन से हृदय का कोई लेना देना नहीं है। बल्कि इसकी शुरुआत पेट से होती है। सामान्य सी बात है कि खराब जीवनशैली और मसालेदार तले भुने भोजन का सेवन। भूख से ज्यादा खा लेना, पानी कम पीना, धूम्रपान करना, बाहर खाने के शौक़ीन होना और शराब का सेवन ऐसे कारक हैं, जिनके कारण एसिडिटी बनती है। यही एसिडिट बढ़ते-बढ़ते जब हृदय तक पहुंच जाती है तो इससे हार्ट बर्न यानी सीने की जलन की समस्या पैदा होती है।

Comments are closed.