[post-views]

बॉक्‍सर विजेंदर सिंह बोले, ‘बेटा अबीर मुझसे पूछता है आपने ऐसा क्‍या किया जो लोग साथ में फोटो खिंचवाते हैं’

52

PBK NEWS | नई दिल्ली: वर्ष 2017 के अपने पहले मुकाबले से भारत के स्‍टार बॉक्‍सर विजेंदर सिंह को दूसरा खिताब मिल सकता है लेकिन उन्‍होंने कहा कि तकनीक में कुछ हल्के सुधारों के अलावा वह चीन के जुल्फिकार मैमतअली के खिलाफ अगले महीने होने वाले मुकाबले के लिए कोई खास तैयारी नहीं कर रहे हैं. मौजूदा डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट चैंपियन का सामना डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट खिताब धारक मैमतअली से होगा पांच अगस्त को मुंबई में होने वाले इस मुकाबले के विजेता को ये दोनों ही खिताब मिलेंगे. विश्व चैंपियनशिप के इस पूर्व कांस्य पदक विजेता ने अपने बेटे के बारे में भी बात की जो अब स्कूल जाने लगा है.

उन्होंने कहा,‘अबीर यहां स्कूल जाने लगा है और हर दिन वह मुझसे कई सवाल करता है. मुझे इसके लिये भी तैयार रहना पड़ता है. कई बार मैं उसके साथ बाहर जाता हूं और लोग मेरे साथ सेल्फी लेने लग जाते हैं तो वह मुझसे पूछता है कि ‘आपने ऐसा क्या किया जो लोग आपके साथ तस्वीरें खिंचवाना चाहते हैं.’ विजेंदर ने कहा,‘मैं अमूमन उससे कहता हूं, मैं नहीं जानता शायद इसलिए क्योंकि मैं मुक्केबाज हूं.’

गौरतलब है कि विजेंदर ने पिछले साल दिसंबर में फ्रांसिस चेका के खिलाफ अपने खिताब का सफल बचाव करने के बाद कोई मुकाबला नहीं लड़ा है. इस तरह से वह इस साल का पहला मुकाबला तब लड़ेंगे जबकि सात महीने गुजर चुके होंगे लेकिन यह 31 वर्षीय मुक्केबाज इससे चिंतित नहीं हैं. मैनचेस्टर में अपने ट्रेनर ली बीयर्ड के साथ अभ्यास कर रहे विजेंदर ने कहा, ‘यह मेरे हाथों में नहीं है. कुछ वजहों से चीजें अनुकूल नहीं रही.

मुझे अप्रैल में मुकाबला लड़ना था लेकिन तब मेरा प्रतिद्वंद्वी चोटिल हो गया था. मैमतअली ने मुझे मई के मुकाबले के लिये चुनौती दी थी लेकिन वह अपने कुछ कारणों से बाहर हो गया. उसने फिर से चुनौती दी है और मैं पांच अगस्त से उससे मुकाबला करूंगा.’ बीजिंग ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता ने कहा, ‘मेरा काम जब भी मुकाबला हो तब बेहतर प्रदर्शन करना है और मैं पांच अगस्त को मुकाबले में उतरूंगा. जब आप खिताब धारक बन जाते हैं तो मुकाबलों की संख्या कम हो जाती है और मेरे मामले भी ऐसा हे. यह कोई मसला नहीं है.’

विजेंदर ने कहा, ‘मैं अभी अपने मुकाबलों के कार्यक्रम से संतुष्ट हूं. साल में दो तीन मुकाबले सही है. मुझे अब किसी के सामने कुछ भी साबित नहीं करना है. इसलिए मुझे इसको लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है.’ मैमतअली के बारे में पूछे जाने पर विजेंदर कोई बड़ा दावा करने से बचते रहे. उन्होंने कहा, ‘वह वामहस्त है और इसलिए मैं अपनी तकनीक में हल्के बदलाव कर रहा हूं. लेकिन ये ज्यादा नहीं हैं. मेरा बाकी अभ्यास पहले जैसा ही है. मेरे रूटीन में कोई बदलाव नहीं आया है.’ 

Comments are closed.