PBK NEWS | नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने आखिरकार हाई-वोल्टेज ड्रामे के बीच राज्यसभा चुनाव की जंग जीत ली। लेकिन अभी तक इस रहस्य से पर्दा नहीं उठा है कि आखिर पटेल को वो एक वोट किस पार्टी के विधायक ने दिया, जिसने उन्हें जीत दिलाई।
अहमद पटेल को गुजरात राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए 44 वोट की जरूरत थी। इधर भाजपा के अमित शाह ने पूरी रणनीति तैयार कर ली थी कि पटेल राज्यसभा तक नहीं पहुंच पाएं। लेकिन सिर्फ एक वोट ने शाह को इस खेल में मात दे दी। दरअसल, पटेल को कांग्रेस के सिर्फ 43 विधायकों ने ही वोट दिए। अब पटेल को 44 वोट किसका मिला, जिसने उनकी जीत पक्की कर दी, उसका पता नहीं चल पाया है।
अब इसमें दो संभावनाएं नजर आती हैं, पहली कि जदयू के विधायक छोटूभाई वासवा ने अहमद पटेल के पक्ष में दिया हो, जिसकी काफी संभावनाएं हैं। दूसरी संभावना यह कि एनसीपी के विधायक जयंत पटेल ने अहमद पटेल को वोट दिया हो। हालांकि वासवा की संभावना ज्यादा नजर आती है, क्योंकि उन्होंने वोट देने के बाद बताने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने भाजपा के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पिछले 22 सालों से भाजपा सत्ता में है। लेकिन, उसने आदिवासी जाति के लोगों के लिए कुछ नहीं किया। वासवा गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में रहने वाले आदिवासी जाति के लोगों को मिलाकर एक भीलिस्तान बनाने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार की तरफ से उनको राज्यसभा चुनाव से जुड़ा कोई निर्देश नहीं मिला था।
अहमद पटेल ने जीत के बाद कहा कि सत्य की जीत हुई। लेकिन शायद उन्हें भी इस बात जानकारी नहीं होगी कि इस सत्य की जीत में उनके लिए निर्णायक वोट किस विधायक ने दिया।
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