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प्रशासनिक निगरानी की विफलता के चलते शहर में बढ़ रहा लगातार वायु प्रदुषण

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बादशाहपुर, 26 अप्रैल (अजय) : गुरुग्राम शहर व आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र में कूड़े की ढेरियों में लगी आग से जनता के स्वास्थ्य पर खतरा लगातार बढ़ रहा है। निगम और पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी गहरी निद्रा में हैं, जबकि शहर में वायु प्रदूषण भी लगातार बढ़ रहा है। पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी इसे निगम का मामला बताते है तो निगम अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से बचते हुए दिखाई पड़ रहे है। गुरुग्राम के निगम क्षेत्र में कूड़ा उठान के लिए गुरुग्राम निगम प्रशासन की कोई ठोस प्रणाली न होने से गलत ढंग से कूड़े में जगह जगह लोग आग लगा रहे है, जिससे शहर का वातावरण बुरी तरह से प्रदूषित हो रहा है। इस आग पेड़-पौधों पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है और वायु में कई हानिकारक तत्व होने से लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है।  कूड़े में लगने वाली आग से उत्पन्न होने वाले धुएं के कारण शहर की वायु में जहरीली तत्व होते है, जोकि लोगों के फेफड़ों में जाकर गम्भीर परिणाम देते है। इसके परिणामस्वरूप लोगों को फेफड़ों और अन्य श्वसन प्रणाली से संबंधित समस्याएं हो रही हैं। निगम प्रशासन के अधिकारी बिना ठोस योजना के कूड़ा संग्रहण के लिए कोई उचित कदम उठाते हुए नजर नही आ रहे है। इससे कूड़े की ढेरियों में लगने वाली आग से हवा भी जहरीली हो रही है।

इस मुद्दे पर लोगों ने चर्चा करते हुए कहा कि गुरुग्राम के लोगों के स्वास्थ्य पर निगम प्रशासन और पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी गम्भीर नही है, ताकि इस परिस्थिति से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें। वायु प्रदूषण के बढ़ने से होने वाली समस्याएं भी गंभीर हैं। जिन घरो के पास कूड़े करकट में लगने वाली आग से धुँआ उठे तो वहां के आस-पास के परिवार के सभी सदस्यों को सावधानी बरतने की सलाह भी दी जा रही है।  स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े में लगने वाली आग से उत्पन्न होने वाले धुएं और कचरे के गुबार से लोगों में बीमारियों के बढ़ने की संभावना भी बढ़ रही है। इसलिए लोगों से प्रशासनिक स्तर पर अपील भी की जा रही है कि वे स्वयं कूड़े में आग न लगाये और अपने सामने किसी अन्य को भी कूड़े में आग न लगाने दे यदि ऐसा कोई करता है तो निगम आयुक्त गुरुग्राम को इसकी सूचना दें, जिस पर ठोस कार्यवाही की जायेगी।

शहर के लोगों ने निगम आयुक्त व जिला उपायुक्त निशांत यादव से अपील करते हुए कहा कि शहर में कूड़ा उठान तथा कूड़े में आग लगाने के बाद बढ़ रहे वायु प्रदूषण के मामले में जिम्मेदारी अधिकारीयों के खिलाफ भी सख्त एक्शन लिया जाए, ताकि शहर में यह समस्या और गम्भीर न हो। पूर्व में भी गुरुग्राम में वायु प्रदूषण से जुड़ी विभिन्न समस्या लोग सामना कर चुके है। पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी व् निगम के कुछ कर्मचारियों की निगरानी की विफलता और कूड़े में आग लगाने वाले कुछ आम लोगों के अज्ञानता की वजह से ये समस्याएं गुरुग्राम मानेसर क्षेत्र में बढ़ रही हैं, जिस पर प्रशासनिक स्तर पर अंकुश लगाना चाहिए। गुरुग्राम प्रशासन को चाहिए कि वह कूड़ा संग्रहण के लिए ठोस योजना बनाए और जनता को इसके महत्व के बारे में जागरूक करे। इसके साथ ही लोगों को भी साझा करना चाहिए कि उन्हें वायु प्रदूषण कम करने में सहायक होना है।

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