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मुंबई। महाराष्ट्र में बेहाल किसानों के आत्महत्या करने के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। यहां जनवरी 2001 से अक्टूबर 2018 तक विदर्भ में 15,629 किसानों ने आत्महत्या की। जनवरी 2018 से सितंबर 2018 तक मराठवाड़ा में 674 किसानों ने आत्महत्या की ऐसी जानकारी राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने विधानसभा में लिखित रूप से दी। परभणी के विधायक राहुल पाटील, विरोधी पक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटील व अन्य सदस्यों ने किसानों की आत्महत्या से संबंधित प्रश्न विधानसभा में पूछा था, जिसका उत्तर देते हुए राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने सदन को बताया कि विदर्भ के 6 जिलों में जनवरी 2001 से अक्टूबर 2018 तक अलग-अलग कारणों से 15,629 किसानों ने आत्महत्या थी जिसमें 7,008 किसानों की मदद दी गई जबकि 8,406 मामलों में किसानों मदद की अपात्र ठहराया गया।

215 मामलों की जांच अभी तक चल रही है। करीब 5000 किसानों को मदद दी गई मदद स्वरूप उन्हें एक लाख रुपये मदद दी गई। इसी तरह मराठवाड़ा क्षेत्र में 674 किसानों ने आत्महत्या की जिसमें 4,45 किसानों को मदद की एक लाख रुपये प्रति किसानों को दिया गया। नासिक जिले में जनवरी से सितंबर 2018 तक अलग-अलग कारणों से 73 किसानों ने आत्महत्या की जिसमें 17 किसानों को ही मदद के पात्र पाए गए जबकि बाकी की किसान मदद के अपात्र पाए गए। ऐसे ही कोल्हापुर जिले में 2004 से 2018 तक अलग-अलग कारणों से 103 किसानों ने आत्महत्या की।

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