बॉस्टन । एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि हमारे सौरमंडल से बाहर हर तीसरा ग्रह धरती से दो से चार गुना ज्यादा बड़ा है और यहां काफी मात्रा में पानी भी मौजूद है। इन ग्रहों पर एलियन की मौजूदगी की संभावना भी है। नए ग्रहों की खोज में जुटे केप्लर स्पेस टेलिस्कॉप और गाया मिशन ने संकेत दिए हैं कि अब तक ढूंढे गए ग्रहों पर 50 फीसदी तक पानी उपलब्ध है।
यह धरती की तुलना में बहुत ज्यादा है क्योंकि धरती पर 0।02 फीसदी पानी ही मौजूद है। अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ली झेंग के मुताबिक यह बहुत ही हैरानी की बात है कि इन ग्रहों पर इतनी ज्यादा मात्रा में पानी मौजूद है।सौरमंडल के बाहर के 35 फीसदी ग्रह धरती से बड़े हैं। इन ग्रहों का निर्माण भी ठीक उसी तरह हुआ है, जिस तरह हमारे सौरमंडल के ग्रह बृहस्पति, शनि और यूरेनस बने हैं।
वर्ष 1992 में सौरमंडल के बाहर अन्य ग्रहों की तलाश शुरू हुई थी। डॉक्टर झेंग के मुताबिक हालांकि यह पानी वैसा नहीं है, जैसा धरती पर आमतौर पर मिलता है। इसका सतह तापमान 200 से 500 डिग्री सेल्सियस के बीच है। उन्होंने आगे बताया, ‘ऐसी संभावना है कि ज्यादा गहराई तक जाने पर यह पानी उच्च दबाव वाली बर्फ में तब्दील हो जाते हैं।
झेंग अब तक सौरमंडल से बाहर करीब 4 हजार ग्रहों को ढूंढ चुके हैं। ये सभी ग्रह धरती से डेढ़ से दो गुना तक बड़े हैं। समीक्षा के बाद वैज्ञानिकों ने एक आंतरिक ढांचा तैयार किया है, जो इस संबंध को समझने में मदद करेगा। इस मॉडल से संकेत मिले हैं कि धरती से डेढ़ गुना ज्यादा दायरे वाले ग्रह चट्टानों वाले हैं। आमतौर पर यह पृथ्वी के द्रव्यमान से पांच गुना ज्यादा है।
Comments are closed.