गुरुग्राम के होटलों, ढाबों तथा अन्य मनोरजन वाली जगहों पर नारकोटिक्स विभाग के एसीपी विष्णु प्रसाद एवं इंस्पेक्टर अजय कुमार और उनकी टीम की अनुग्वाई में एनडीपीएस पदार्थों का पता लगाने के लिए दिल्ली जयपुर हाइवे सहित गुरुग्राम के विभिन्न जगहों पर चेकिंग अभियान रात भर चलाया गया। देर रात जयपुर दिल्ली हाईवे पर उनकी टीम व् डॉग स्क्वायड के साथ सभी जगह बारीकी से चेकिंग की गई, हलाकि इस दौरान उन्हें होटलों व् ढाबों पर किसी प्रकार के नशीले पदार्ध नही मिले। गुरुग्राम में एचएसएनसीबी की यूनिट ने विशेष प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड की मदद से सभी ढाबों और सड़क किनारे होटलों की जांच की गई। हरियाणा एचएसएनसीबी प्रमुख एडीजीपी श्रीकांत जाधव के निर्देश पर यह चेकिंग चलाया जा रहा है। मुंबई में नारकोटिक्स विभाग द्वारा शारुखखान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद गुरुग्राम में भी मौज मस्ती करने वाली जगहों पर नारकोटिक्स विभाग जांच पड़ताल में सक्रिय दिखाई पड़ रहा है। एनडीपीएस अधिनियम को बहुत गंभीरता से दवा अपराधों के विचार और दंड कड़ा कर रहे हैं। सजा और जुर्माने की क्वांटम अपराध के साथ बदलता रहता है। वाणिज्यिक मात्रा या दवाओं के वाणिज्यिक मात्रा से छोटे से अधिक है, लेकिन कम छोटी मात्रा, – कई अपराधों के लिए दंड शामिल दवा की मात्रा पर निर्भर करता है। लघु और वाणिज्यिक मात्रा प्रत्येक दवा के लिए अधिसूचित कर रहे हैं। एनडीपीएस के तहत ड्रग्स व अन्य नशीलें पदार्थों की बिक्री करने के लिए सश्रम कारावास की सजा 10 से 20 साल हो सकती है।
अधिकारी वर्जन :
नारकोटिक्स विभाग द्वारा समय-समय पर यह चेकिंग अभियान चलता रहता है, आगे भी यह अभियान जारी रहेगा, जिसके लिए उनकी तरफ से कई टीमें गठित की गई है जो जगह जगह चेकिंग अभियान चला रही है।
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