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बादशाहपुर में रखी बाँधने का बना विश्व रिकॉर्ड, महिलाओं चहेते उम्मीदवार बने बीरू

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बादशाहपुर, 18 अगस्त (अजय) : रक्षाबंधन के पावन पर्व पर बादशाहपुर विधानसभा में एक अनोखा और ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब बीरू सरपंच को 3 हजार बहनों ने राखी बांधकर अपना भाई माना। इस अद्वितीय आयोजन ने न केवल बादशाहपुर में बल्कि पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है। इस आयोजन के साथ ही बीरू सरपंच ने विश्व रिकॉर्ड भी कायम कर लिया, और वे बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से महिलाओं के सबसे चहेते उम्मीदवार के रूप में उभरकर सामने आए हैं।

रक्षाबंधन पर्व के सातवें दिन, यह विशेष आयोजन आयोजित किया गया, जिसमें हजारों महिलाएं और लड़कियां शामिल हुईं। बीरू सरपंच को बहनों ने राखी बांधते हुए अपनी सुरक्षा, सम्मान, और स्नेह का प्रतीक व्यक्त किया। इस अनोखे आयोजन में महिलाओं ने बीरू सरपंच को अपने जीवन का अहम हिस्सा मानते हुए उन्हें अपना सच्चा भाई कहा।

बीरू सरपंच की लोकप्रियता का यह आलम है कि उन्हें न केवल उनके गांव से, बल्कि आसपास के गांवों और कस्बों से भी बहनों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने इस अनमोल प्रेम और आशीर्वाद के लिए अपनी बहनों का आभार व्यक्त किया और कहा, “आप सभी ने मुझे जो प्यार और सम्मान दिया है, उसके लिए मैं जीवनभर आभारी रहूंगा। यह राखी सिर्फ धागा नहीं, बल्कि हमारे बीच का अटूट बंधन है।”

इस आयोजन के बाद बीरू सरपंच के प्रति महिलाओं का समर्थन और भी अधिक मजबूत हो गया है। वे अब बादशाहपुर विधानसभा से महिलाओं के चहेते उम्मीदवार बन गए हैं। कई महिलाओं ने कहा, “बीरू सरपंच ने हमारे सम्मान और सुरक्षा के लिए हमेशा खड़े होकर हमारा साथ दिया है। अब हमारी बारी है कि हम उन्हें अपना समर्थन दें और उन्हें चुनाव में जीत दिलाएं।” इस आयोजन के बाद, बीरू सरपंच की उम्मीदवारी को लेकर चर्चा और भी तेज हो गई है। स्थानीय राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के आयोजनों से बीरू सरपंच की लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा हुआ है, और यह चुनावी समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर बना यह विश्व रिकॉर्ड न केवल बीरू सरपंच की लोकप्रियता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि वे बादशाहपुर क्षेत्र में महिलाओं के बीच एक महत्वपूर्ण और सम्मानित व्यक्तित्व बन गए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस भारी समर्थन का चुनावी नतीजों पर कैसा असर पड़ता है और क्या बीरू सरपंच बादशाहपुर से चुनाव जीतने में सफल होते हैं। बादशाहपुर में यह ऐतिहासिक रक्षाबंधन पर्व न केवल बीरू सरपंच के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ, बल्कि यह इस बात का भी प्रतीक बना कि सच्चे भाई-बहन के रिश्ते में कितनी शक्ति और भावनात्मक गहराई होती है।

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