गुडगांव, 21 मई (अजय) : वाराणसी में हुए दर्दनाक हादसों के बाद देश के अन्य राज्यों में चल रहे पुल ब्रिज निर्माण की सुरक्षा दृष्टि पर कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गये है जोकि स्वभाविक भी है इसी विषय में नवजन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल ने वाराणसी ब्रिज निर्माण के दौरान हुए हादसे का हवाला देते हुए बजघेड़ा फाटक पर चल रहे ब्रिज निर्माण की सुरक्षा को लेकर प्रशासन को वाराणसी हादसे से सबक लेने की बातें कही गई है
वशिष्ठ गोयल के अनुसार शहर के बीचोंबीच बजघेड़ा में बन रहा रेलवे फ्लाईओवर का निर्माण लापरवाही के बीच धीमी गति से चल रहा है। यहां गर्डर अभी बनाए जा रहे हैं। इनमें से सरिये बाहर नजर आ रहे हैं। निर्माणाधीन फ्लाईओवर के आसपास कुछ जगहों पर मिट्टी खोदने से गड्ढे बने हुए हैं, जिनमें यहां से पैदल जाने वाले लोगों के गिरने का खतरा रहता है। दो-तीन गड्ढों में पानी भी भरा हुआ है। ऐसे में पैर स्लिप होने पर इनमें किसी बच्चे का गिरना जानलेवा साबित हो सकता है। बजघेड़ा में रेलवे फ्लाईओवर का निर्माण दो हिस्सों में होना है। रेलवे लाइन के ऊपर के हिस्से का निर्माण रेलवे की ओर से कराया जाएगा, जबकि रेलवे लाइन के दोनों तरफ का निर्माण पीडब्ल्यूडी करवा रहा है। इसके लिए बाकायदा टेंडर का ऑनलाइन प्रोसेस फॉलो कर एक प्राइवेट कंपनी को वर्क अलॉट किया हुआ है। कंपनी ने बजघेड़ा में दिसंबर 2016 में काम शुरू किया, जो दिसंबर 2018 में पूरा किया जाना है।
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