PBK News (अजय) : सरकारी बैंक बैंकिंग के उन तौर-तरीकों से कन्नी काट रहे हैं जिनसे घपले-घोटालों से बचा जा सके। यह मानने के अच्छे-भले कारण हैं कि बैंक पहुंच और प्रभाव वालों को कर्ज देने में न्यूनतम सतर्कता भी नं बरत रहे हैं। उलटे यह दिख रहा है कि लॉबिंग और जोड़तोड़ के जरिये अपात्र एवं संदिग्ध लोग कर्ज हासिल करने में सक्षम हैं। यह शायद कर्ज लेने वालों की वित्तीय क्षमता का उचित आकलन न किए जाने का नतीजा है कि उनमें से कई भारी-भरकम कर्ज लेकर विलफुल डिफॅाल्टर बन जा रहे हैं। चिंता की बात यह है कि नया दीवालिया कानून भी फंसे कर्जो की वसूली में अपेक्षित सहायक नं हो पा रहा है। यह जनता के साथ धोखा है कि पूंजीपतियों या कारपोरेट समूह को दिए जाने वाले कर्ज की वसूली न हो पाए तो उसकी भरपाई बेलआउट पैकेज यानी करदाताओं के पैसे से की जाए। खबरों के लिए मेल करें : pbknews1@gmail.com खबरों के लिए सम्पर्क करें : 9811513537
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