PBK NEWS | नई दिल्ली। देशभर में सरकारी बैंकों की एक दिन की हड़ताल ने करीब 22,000 करोड़ का नुकसान करा दिया है। आपको बता दें कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने सरकार के प्रस्तावित कंसालिडेशन मूव (समेकन प्रयास) और अन्य मांगों के चलते 22 अगस्त को हड़ताल का फैसला किया था। बैंकों के इस फैसले ने देश में बैंकिंग सेवाओं को लगभग रोक सा दिया।
कल बैंकों में नहीं हुए ये काम और हो गया इतना नुकसान: हड़ताल के चलते देश के अधिकांश हिस्सों में कल सरकारी बैंकों में चेक क्लियरेंस, मनी ट्रांसफर, कैश रैमिटेंस और डिपॉजिट एवं विदड्रॉल जैसी सेवाएं बाधित रही। कुछ प्राइवेट बैंकों का भी यही हाल रहा। एक रिपोर्ट की मानें तो कल सिर्फ चेक क्लियरेंस के कारण ही बैंकिंग सेक्टर को 22,000 करोड़ की चपत लग गई। आम आदमी के राहत के राहत की बात यह रही कि ऐक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसी नई पीढ़ी के निजी बैंकों की शाखाएं सामान्य रूप से काम कर रही थीं।
कहां दिखा हड़ताल का असर: इस रिपोर्ट के मुताबकि इस हड़ताल का सबसे ज्यादा असर प्रमुख बिजनेस सेंटर जैसे कि मुंबई, कोलकाता, पटना, चेन्नई, हैदराबाद, बैंगलोर, अहमदाबाद, पुणे और जयपुर में देखने को मिला, जबकि छोटे शहरों के एटीएम मिनटों में खाली हो गए जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) ने ग्राहकों को सूचित किया था कि स्ट्राइक के कारण शाखाओं और कार्यालयों के कामकाज प्रभावित हो सकते हैं। साथ ही बैंकों से यह भी कहा गया था कि बैंक असर को कम से कम करने के लिए उपाय करें।
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