PBK News (अजय) : एनपीए के मामले में निजी क्षेत्र के बैंक अपेक्षाकृत कम समस्याग्रस्त हैं। आखिर निजी क्षेत्र के बैंकों जैसी सतर्कता सरकारी बैंक क्यों नं बरत सकते? नीरव मोदी से जुड़े घोटाले में सामने आया है कि पीएनबी के जिस अधिकारी ने उसकी मदद की वह एक शाखा में लंबे समय से तैनात था। यह हैरत की बात है कि वह इतने वर्षो तक नीरव मोदी के पक्ष में फर्जी तरीके से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) जारी करता रहा और किसी ऑडिट में इसे पकड़ा नं जा सका। किसी ने इसकी भी सुधि नं ली कि एलओयू के जरिये इतना पैसा जा तो रहा है, लेकिन आ क्यों नं रहा है? इस घोटाले ने सरकारी बैंकों के ऑडिट सिस्टम की भी पोल खोल दी है। लगता है कि ऑडिट सिस्टम एक किस्म का फर्जीवाड़ा है। खबरों के लिए मेल करें : pbknews1@gmail.com खबरों के लिए सम्पर्क करें : 9811513537
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