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कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में बदलाव से भारतीय पहलवानों को जोर का झटका

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PBK NEWS | नई दिल्ली। अगले साल ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स और जकार्ता में होने वाले एशियन गेम्स से पहले ही भारतीय पहलवानों को तगड़ा झटका लगा है। इन दोनों ही खेलों के आयोजकों ने ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए फ्रीस्टाइल कुश्ती के भार वर्गों में कटौती की है, जबकि कॉमनवेल्थ गेम्स से ग्रीको रोमन कुश्ती को ही हटा दिया गया है।

भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) के अधिकारी ने बताया कि अब रियो ओलंपिक की ही तरह अगले कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में फ्रीस्टाइल कुश्ती के महिला व पुरुषों के छह-छह भार वर्ग के ही मुकाबले होंगे।

कॉमनवेल्थ गेम्स से ग्रीको रोमन को पूरी तरह हटा दिया गया है जबकि एशियन गेम्स में भी ग्रीको रोमन के छह भार वर्ग के ही मुकाबले होंगे। उन्होंने कहा कि रियो ओलंपिक की तरह अब इन दोनों बड़े खेल आयोजनों में पुरुष फ्रीस्टाइल में 57 किग्रा, 65 किग्रा, 74 किग्रा, 86 किग्रा, 97 किग्रा और 125 किग्रा आयु वर्ग के मुकाबले होंगे, जबकि महिलाओं में 48 किग्रा, 53 किग्रा, 58 किग्रा, 63 किग्रा, 69 किग्रा और 75 किग्रा भार वर्ग के मुकाबले होंगे।

जकार्ता एशियन गेम्स में ग्रीकोरोमन के 59 किग्रा, 66 किग्रा, 75 किग्रा, 85 किग्रा, 98 किग्रा और 130 किग्रा भार वर्ग के मुकाबले होंगे। इससे पहले 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुष फ्रीस्टाइल वर्ग में सात भार वर्ग 57 किग्रा, 61 किग्रा, 65 किग्रा, 74 किग्रा, 86 किग्रा, 97 किग्रा व 125 किग्रा शामिल थे, जबकि इंचियोन एशियन गेम्स में आठ भार वर्ग 57 किग्रा, 61 किग्रा, 65 किग्रा, 70 किग्रा, 74 किग्रा, 86 किग्रा, 97 किग्रा और 125 किग्रा के मुकाबले हुए थे।

पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में ग्रीकोरोमन कुश्ती भी शामिल थी। अगले कॉमनवेल्थ गेम्स से पुरुष फ्रीस्टाइल वर्ग से 61 किग्रा भार वर्ग को हटाया गया है, जबकि एशियन गेम्स से 61 किग्रा के साथ 70 किग्रा भार वर्ग को हटाया गया है। इस भार वर्ग में पिछली बार बजरंग पूनिया ने दोनों टूर्नामेंटों में रजत पदक जीते थे। बजरंग अब 65 किग्रा भार वर्ग में उतरेंगे। डब्ल्यूएफआइ अब कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए राहुल अवारे, संदीप और श्रवण को भी पदक के लिए तैयार कर रहा है, लेकिन इसके लिए इन्हें या तो 57 किग्रा से कम वर्ग में आने के लिए वजन कम करना होगा या फिर 65 किग्रा वर्ग में जाने के लिए वजन बढ़ाना होगा।

डब्ल्यूएफआइ के अधिकारी ने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ ने हमसे पूछा था कि हम किन भार वर्ग में अपनी एंट्री भेजेंगे तो हमने उन्हें इसके बारे में सूचना दे दी है। निश्चित तौर पर भारतीय पहलवानों को इससे झटका लगा है, खास तौर पर ग्रीको रोमन पहलवानों को।

2020 ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में कई खेलों की कैटेगरी में बदलाव हुआ है। खेल मंत्रालय ने प्रभावित खेल संघों को ईमेल लिखकर उन्हें अपनी संशोधित योजनाओं को भेजने के लिए कहा है।

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