गुडग़ांव 28 जुलाई : सिलोखरा तालाब (तीर्थ स्थल) की पंचायती जमीन पर भाजपा कार्यालय व ग्रुप हाउसिंग निर्माण केखिलाफ व गांव के विकास की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिकों का धरना शनिवार को लगातार 19वें दिन भी जारी रहा। लंबे समय से धरना और आंदोलन चलाने के बावजूद मांगों पर ध्यान नहीं देने जाने को लेकर धरनारत नागरिकों का धैर्य आक्रोष में तब्दील होता जा रहा है। उनका कहना है कि सरकार ने उनकी बातें नहीं मानी तो धरना अनवरत जारी रहेगा। उधर धरनारत महिलाओं और गांव के नागरिकों ने भाजपा कार्यालय व ग्रुप हाउसिंग निर्माण स्थल स्थित उस शिव मंदिर में भगवान भोलेशंकर का जलाभिषेक किया जिसे भाजपा कार्यालय के निर्माण के लिए तोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। नागरिकों ने कहा कि अब धरना के साथ श्रावण मास में भगवान शंकर
का जलाभिषेक भी जारी रखा जाएगा। जलभिषेक के दौरान नागरिकों ने ईश्वर से प्रार्थना कर सिलोखरा धर्मस्थली की रक्षा की दुआ मांगी। साथ ही भोलेनाथ से यह भी प्रार्थना की गई कि इस पावन धरती, धर्मस्थली, तीर्थ स्थल को यथावत रखने के लिए भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग को शिफ्ट करने का निर्णय लेने के लिए ईश्वर भाजपा सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करें। उधर धरने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री पं भगवत दयाल शर्मा के सुपुत्र पं माहदेव शर्मा ने सिलोखरा के इस आंदोलन को पूर्ण समर्थन देते हुए मंदिर व तीर्थ स्थल को तोडऩे और निर्दोष नागरिकों के खिलाफ झुठा मुकदमा दर्ज कराने की घोर निंदा की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा सिलोखरा के तीर्थ स्थल पर भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण कराने का प्रयास कर अनैतिकता का परिचय दिया जा रहा है और कार्यालय के निर्माण और सिलोखरा के आंदोलन को कुचलने के लिए निर्दोष नागरिकों पर मुकदमा कायम कर सरकार ने और अधिक संवेदहीनता दिखाई है। इसे प्रदेश की जनता कभी भूलेगी नहीं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार शीघ्र भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग को शिफ्ट कर सिलोखरा के नागरिकों की समस्त मांगें नहीं मानती है तो इस मामले को अब विधानसभा और लोकसभा में उठाने के साथ धरनास्थल पर आमरण अनशन किया जाएगा। वहीं देशभर का ब्राह्मण समाज यहां एकत्रित होगा। इसका जवाब मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक को देना होगा। कांग्रेस के हरियाणा प्रदेश महासचिव खजान सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार बलपूर्वक सिलोखरा के नागरिकों के आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है। लेकिन सरकार को यह मालूम नहीं है कि इस आंदोलन को समस्त राजनीतिक दलों के साथ भारी संख्या में लोगों को समर्थन प्राप्त हो चुका है और अब हम किसी भी कीमत यहां भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का निर्माण नहीं होने देंगे। झाड़सा 360 के प्रधान चौ. महेन्द्र ठाकरान ने कहा कि भाजपा सरकार ने अगर हमारी बातें नहीं मानी तो धरना को और विशाल रुप देने के साथ भूख हड़ताल भी शुरु की जाएगी और हरियाणा के साथ दिल्ली, पंजाब, यूपी, राजस्थान आदि प्रांतों से भी लोगों को आमंत्रित कर पुरजोर विरोध किया जाएग। धरने का नेतृत्व कर रहे सिलोखरा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि सिलोखरा सहित 360 गांव के नागरिक जिस जमीन, धर्म स्थान की रक्षा के लिए आंदोलन कर रहे हैं उस जमीन को वर्षों पूर्व हाईकोर्ट ने धर्मस्थली और चरागाह के लिए छोडऩे का फैसला सुनाया था। धर्मस्थली ओर चारागाह की जमीन पर विकास के अलावा अन्य कोई कार्य नहीं कराया जा सकता। ऐसे में मुख्यमंत्री को भी चाहिए कि वे हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान करें और सिलोखरा के विकास के लिए शीघ्र उचित निर्णय लें। डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि लंबे समय से धरना दे रहे गांव के नागरिकों और महिलाओं की धार्मिक अस्था को देखते हुए भाजपा सरकार शीघ्र भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग को शिफ्ट करने के साथ इस जमीन को गांव के विकास के लिए मुक्त करे, अन्यथा अगर नागरिकों और महिलाओंं को धैर्य टूट गया तो वे कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं और इसके लिए पूरी तरह से भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे। मुख्यमंत्री ने सिलोखरा के नागरिकों को ऐसा भरोसा भी दिया है, शीघ्र ही उन्हें सिलोखरा के विकास का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। धरने में चौधरी दौलत राम, प्रभुदत्त शर्मा, पूर्व सरपंच ओम प्रकाश शर्मा, रामेहर यादव, रामपाल यादव, चंद्रभान सैनी, पंडित शेर सिंह, भरत सिंह, धर्मवीर शर्मा, मामचंद सैनी, अशोक शर्मा, सुभाष शर्मा, राजीव शर्मा, लक्ष्मीनारायण सैनी, शिवकुमार, राजपाल पूर्व पंच, मुकेश शर्मा, देवी राम शर्मा, विजय शर्मा, राजेश शर्मा, अतर सिंह यादव, नीरज शर्मा एडवोकेट, अतर सिंह शर्मा, मुंशी राम सैनी, अमर सिंह सैनी, भूप सिंह, लखीराम यादव, राधेश्याम शर्मा, हर्ष शर्मा, मनीष शर्मा, आशीष शर्मा, शुभम शर्मा, सतवीर शर्मा, दीपक शर्मा, देशराज सैनी, शेरु यादव, सुंदरलाल यादव, कन्हैया सैनी, रामधन सैनी, सुनील शर्मा, सतीश शर्मा, काले नाई चौकीदार, हिमांशु शर्मा, मोनू, सोनू, राकेश, जय भगवान शर्मा, आनंद शर्मा, राजीव शर्मा, नरेश शर्मा, देवेंद्र यादव, ललित यादव, राजेंद्र भारद्वाज पूर्व पंच, जय भगवान यादव, राजपाल शर्मा, संदीप भारद्वाज, देवी राम यादव, ममता शर्मा, शांति यादव, जगवती, राजबाला पूर्व सरपंच, सावित्री, मूर्ति सैनी, राजबाला शर्मा, केला, सोना, भरपाई, शारदा, अंगूरी, द्रौपदी प्रमिला, शांति यादव, कैलाश, त्रिवेदी, पुष्पा शर्मा, सुरेंद्री, भगवानी, सुमित्रा, माया, रेखा, ब्रह्मो, कांता, विमला, लक्ष्मी शकुंतला शर्मा, सरला, मनीषा, सुमन, प्रेम सहित काफी संख्या में महिलाएं और सैकड़ों नागरिक शामिल रहे।
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