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कथक नृत्यांगना विदुषी सास्वती सेन ने बच्चों को नृत्य के गुर सीखाए

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गुरुग्राम (अजय) : सेक्टर-4 स्थित ब्लू बेल्स मॉडेल स्कूल ने प्रख्यात कथक नृत्यांगना विदुषी सास्वती सेन के मार्गदर्शन में दो दिवसीय नृत्य कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य हमारी संस्कृति में भारतीय शास्त्रीय नृत्य के महत्व को उजागर करना था। कार्यशाला का आयोजन ‘घुँघरू डांस इंस्टिट्यूट’ के साथ संयुक्त रूप से किया गया।कार्यशाला का आयोजन तीन सत्रों में किया गया, जिसमें 200 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। पहला सत्र प्रारम्भिक , दूसरा माध्यमिक तथा तीसरा सत्र उच्च वर्ग के  छात्रों के लिए आयोजित किया गया। इस अवसर पर ब्लू बेल्स ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स की निदेशक डॉ. सरोज सुमन गुलाटी ने अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा “इस कार्यशाला में छात्रों ने एक प्रख्यात कलाकार, जिन्होंने पिछले कई वर्षों से भारतीय शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी है, से नृत्य की बारीकियां सीखी। मुझे लगता है कि इस आयोजन का उद्देश्य पूरा हुआ। भविष्य में भी हम अपने स्कूलों में इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करते करेंगे। मैं शिक्षकों से अनुरोध करना चाहूंगी कि वो छात्रों को भारतीय नृत्य और संगीत सीखने के लिए प्रेरित करें क्योंकि यह हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ”विदुषी सास्वती सेन प्रसिद्ध भारतीय कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज की शिष्या हैं। उन्होंने कथक की मूल अवधारणा को समकालीन अभिरुचियों से जोड़ कर परिपूर्ण किया है। वह एक बहुमुखी प्रतिभा संपन्न कलाकार हैं और प्रसिद्ध लखनऊ घराने से ताल्लुक रखतीं हैं। इस अवसर पर विदुषी सास्वती सेन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा “मुझे खुशी है कि मैं इस कार्यशाला का हिस्सा बनी। यहाँ के छात्र और शिक्षक दोनों ही इस नृत्य को सीखने को लेकर उत्साहित दिखे। मैं पिछले 50 वर्षों से पंडित बिरजू महाराज के साथ हूँ और मैं अभी भी उनसे सीख रही हूँ। कथक मुझे स्वर्ग-सी  अनुभूति देता है और मेरे लिए एक थेरेपी का काम करता है। नृत्य हमें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। ”

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