गुरुग्राम : पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि कैप्टेन अमरिंदर सिंह द्वारा कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देना बड ही दुर्भागयपूर्ण है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी ने उनको 3 बार पंजाब कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया और लगभग 10 वर्ष उनको मुख्यमंत्री बनाया और अब जब 4 महीने बाद ही पंजाब में चुनाव हैं, इस समय एकदम से पार्टी को छोडना विश्वासघात है। यादव ने कहा कि जब उन्हे पहली बार पंजाब कांग्रेस कमेटी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया उस समय वे अकाली छोड कर आए थे, फिर भी कांग्रेस पार्टी ने उन पर विश्वास किया और उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। अब उनको कांग्रेस पार्टी पर विश्वास रखना चाहिए। जिस पार्टी ने उनको इतना मान-सम्मान दिया है वो आगे भी उनको पूरा मान-सम्मान देगी। कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि आदरणीय राहुल गांधी जो कि साम्प्रदायिक ताकतों के विरुद्ध जमकर लड रहे हैं ऐसे में कैप्टेन अमरिंदर सिंह को कंधे से कंधा मिलाकर राहुल जी का साथ देना चाहिए। यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री से तो उनको इसलिए हटना पडा क्योंकि 45 विधायकों ने लिखित में उनके खिलाफ दिया था वे विश्वास प्रस्ताव खो चुके थे। लेकिन उनका गृह मंत्री अमित शाह से मिलना बडा ही दुर्भागयपूर्ण है। क्योंकि भाजपा का तो काम ही बांटने का है। ऐसे में यदि वे भाजपा नेताओं से मिलेगें और अलग पार्टी बनाएगें तो साम्प्रदायिक पार्टीयों की मदद करेगें। कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि उन्होंने स्वयं ही 2017 में कहा था कि यह उनका आखिरी चुनाव है और उनकी आयु 80 वर्ष हो चुकी है। इसलिए अब उनको इज्जतपूर्ण तरीके से राजनीति से रिटायर्ड होना चाहिए और कांग्रेस पार्टी के मार्गदर्शक बनकर रहना चाहिए। श्री यादव ने कहा कि कैप्टेन अमरिंदर सिंह जिन्होंने सेना में रहते हुए देश की सेवा की है। उनको एक बार फिर विचार करना चाहिए क्यों कि कई बार इंसान बिना सोचे समझे जल्दबाजी ने निणर्य लेता है। इसलिए अमरिंदर सिंह जी को एक बार फिर विचार करना चाहिए और कांग्रेस पार्टी जिन्होंने उनको इतना कुछ दिया है, फिर से कांग्रेस पार्टी के लिए कार्य करें और आने वाले पंजाब चुनाव में एकजुट होकर साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ लडना चाहिए।
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