नई दिल्ली, 12 मई। सीबीएसई कक्षा 12 का रिजल्ट जारी हो चुका है। इस बार कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 87.33% है। त्रिवेंद्रम रीजन 99.91 पास प्रतिशत के साथ टॉप पर है। लड़कियां 90.68 पास प्रतिशत के साथ लड़कों से 6.01% आगे हैं।अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए सीबीएसई अपने छात्रों को फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड डिवीजन नहीं देगा। सीबीएसई ने 12वीं बोर्ड के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस बार पास प्रतिशत 87.33 रहा है।
नोटिस के अनुसार, छात्रों के डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता को और मजबूत करने के लिए, पिछले साल सीबीएसई ने छात्रों के डिजीलॉकर खातों के लिए छह अंकों का सुरक्षा पिन आधारित एक्टिवेशन शुरू किया था। छात्रों के अनुसार सुरक्षा पिन फाइल स्कूलों को उनके डिजीलॉकर खातों में उपलब्ध कराई जा रही है, जहां से स्कूल बोर्ड द्वारा बताए अनुसार सुरक्षा पिन डाउनलोड कर सकते हैं और व्यक्तिगत छात्रों को प्रसारित कर सकते हैं।सीबीएसई के मुताबिक, स्कूलों को छात्रों के साथ सुरक्षा पिन साझा करनी होगी।
सीबीएसई ने स्कूलों को सर्कुलर भेज दिया है। छात्र ध्यान दें कि इस पिन से आपको उनका डिजीलॉकर अकाउंट बनाना होगा। सीबीएसई 10वीं 12वीं के नतीजे जारी होने के बाद छात्र डिजीलॉकर से अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर सकेंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई एक-दो दिन में कक्षा 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित करेगा। बोर्ड ने अब डिजीलॉकर के लिए सुरक्षा पिन पर एक महत्वपूर्ण नोटिस जारी किया है। डिजीलॉकर ने ट्वीट करते हुए रिजल्ट देखने की पूरी प्रक्रिया बताई है। साथ ही कहा है कि छात्रों का इंतजार अब तकरीबन खत्म हो गया है। नतीजे जल्द जारी होने वाले हैं।
सीबीएसई रिजल्ट की प्रकिया
सीबीएसई के लाखों बच्चों का रिजल्ट बनाना इतना आसान नहीं होता है। परीक्षा के बाद कॉपी की चेकिंग बोर्ड के अधिकारियों द्वारा काफी बारीकी से की जाती है। इश वजह से छात्रों को रिजल्ट का इंतजार करना पड़ता है। छात्र बोर्ड परीक्षा के अंकों के कैल्कुलेशन को लेकर भी काफी कन्फयूजन में हैं, लेकिन उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं हैं।
सीबीएससई कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में कुल 5 विषयों के अंक जोड़ें जाएंगे। बेस्ट पांच के बेसिस पर कक्षा 12वीं के छात्र कॉलेज में एडमिशन ले सकेंगे। इसमें कक्षा 12वीं के मार्क्स नंबर्स और परसेंटेंज दिए जाएंगे, जबकि बोर्ड कक्षा 10वीं के मार्क्स CGPA फॉर्मेट में देगा।
परीक्षा पैटर्न में हुआ बदलाव
बीते साल सीबीएसई की ओर से कोरोना महामारी के कारण कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा को दो सत्र – टर्म-1 और टर्म-2 में आयोजित किया गया था। छात्रों के अंतिम परिणाम भी दोनों टर्म के अंक को जोड़ कर जारी किए गए थे। थ्योरी की परीक्षा में टर्म-1 का 30 फीसदी और टर्म-2 का 70 फीसदी अंक जोड़ा गया था। वहीं, प्रैक्टिकल की परीक्षाओं के दोनों ही टर्म में से 50-50 फीसदी अंक जोड़े गए थे। सीबीएसई इस बार फिर से अपने पुराने पैर्टन पर वापस आ गया है। इस बार परीक्षाएं एक ही टर्म में आयोजित की गई थीं।
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