PBK NEWS | बहादुरगढ़। सत्रह साल बाद भारत के हाथ विश्व सुंदरी का ताज लगा। हरियाणा के बहादुगढ़ स्थित बामनौली गांव की बेटी मानुषी छिल्लर ने देश का सपना साकार किया। मानुषी को जब शनिवार देर सायं विश्व सुंदरी घोषित किया गया तो बामनौली व इसके आसपास के गांवों के लोग जश्न में डूब गए। महिलाओं ने मंगलगीत गाए तो पुरुषों व युवाओं ने ढोल की थाप पर डांस कर अपनी बेटी और बहन की जीत पर जश्न मनाया। रविवार को भी गांव में जश्न का माहौल हे। लोग एक-दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी छोरी ने आज दुनिया में उनका सिर फख्र से ऊंचा कर दिया है।
गांव का हर बच्चा, बूढ़ा, जवान, महिला ,बेटियां सब बेहद खुश हैं। मिस इंडिया बनने के बाद मानुषी गांव आई थी और मिस वर्ल्ड बनने का वादा किया था जो उसने पूरा कर दिखाया। गांव वाले फिर से अपनी बेटी को गांव में बुलाकर उसे सम्मानित करने के लिए आतुर हैं।
मानुषी के गांव में जश्न मनाते ग्रामीण।
जनसंख्या के लिहाज से बामनौली गांव कोई बड़ा गांव नही है। 6 हजार के करीब यहां की जनसंख्या है। यहां बेटों और बेटियों के बीच कोई फर्क नहीं किया जाता है। तभी तो शिक्षा के मामले में यहां की बेटियां बेटों से कम नहीं हैं। मानुषी छिल्लर भी डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही है।
मानुषी की जीत की खुशी में लड्डू खाते ग्रामीण।
मानुषी का परिवार करीब 17 साल पहले गांव छोड़कर दिल्ली में जा बसा था, लेकिन गांव से लगाव उनका कभी कम नहीं हुआ। गांव में मानुषी के दादा ने एक शिव मंदिर का निर्माण भी करवाया था, जिसमें मिस वर्ल्ड के फाइनल से पहले गांव वालों ने हवन कर अपनी बेटी के लिए दुआएं मांगी थी।
News Source: jagran.com
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