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चुनाव के वक्त नेताओं को क्यो सताया दक्षिण हरियाणा का दर्द

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गुड़गांव 13 जून (अजय) : नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल ने आज एक सभा के दौरान बोलते हुए कहा कि राजनीति करने वाले पूर्व नेता मंत्रियों तथा वर्तमान नेताओं को हमेशा चुनाव के वक्त ही दक्षिण हरियाणा का दर्द क्यों सताता है। चुनाव के संपन्न होने के बाद यह नेता क्षेत्र के लोगों की मूलभूत सुविधाएं तथा उनके अधिकारों को दिलाने के बारे में बात तक नहीं करते हैं। वहीं नेताओं के निवास स्थान तथा कार्यालय पर जाने के लिए लोगों को पहले संदेश देकर पहले अनुमति लेनी पड़ती है, जिसके बाद नेता बड़े ही नखरो के साथ उनके अधिकारों को दिलाने में विभिन्न तरह की आपत्ति बाधाएं बताकर उन योजनाओं को अधर में लटकाने का कार्य करते हैं, वह चुनाव के बाद या चुनाव के कुछ दिनों पहले फिर से दक्षिण हरियाणा को उसके हक दिलाने की बातें करने लगते हैं। दक्षिण हरियाणा में नहरी पानी दिलाने की बात हो या फिर इस क्षेत्र के लोगों को विकासशील योजनाएं दिलाने की बात हो। इन सभी मामलों में हमेशा से इस क्षेत्र के लोगों के साथ सभी नेताओं ने हमेशा से भेदभाव किया है। चाहे वह किसी भी राजनीतिक दल तथा किसी भी पार्टी का नेता क्यों हो। लोग पार्टी बदल-बदलकर क्षेत्र के लोगों को दक्षिण हरियाणा के साथ भेदभाव होने की बातें करके लोगों को बहला-फुसलाकर फिर से वोट बटोरने का कार्य करते हैं, जोकि लोगों को ठगने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन लोग इस बार जागरुक हो चुके हैं और अपने मत का सदुपयोग कर लोगों को उनकी पहचान बताने का कार्य करने वाले हैं। मतदाता जागरूकता व शांत स्वभाव का होता है जोकि मत का प्रयोग करके अपनी चुप्पी का जवाब देता है। जोकि इस बार के आने वाले आम चुनाव में विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा।

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