PBK NEWS | श्रीनगर। भगवान अमरेश्वर की छड़ी मुबारक रविवार शाम पंचतरणी पहुंच गई। सोमवार को रक्षाबंधन की सुबह छड़ी मुबारक बाबा अमरनाथ की गुफा में प्रवेश करेगी। इसके बाद बाबा बर्फानी का मुख्य दर्शन और पूजा होगी। छड़ी मुबारक के लौटने के साथ ही पवित्र गुफा को आम श्रद्घालुओं के लिए बंद कर दिया जाएगा।सुबह शेषनाग झील के किनारे वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजा करने के बाद हर-हर महादेव और जय बाबा बर्फानी के जयघोष के बीच महंत दीपेंद्र गिरी के नेतृत्व में देश-विदेश से आए संत-महात्मा और श्रद्घालुओं के जत्थे ने पवित्र छड़ी मुबारक संग पंचतरणी के लिए यात्रा शुरू की। छड़ी मुबारक शनिवार शाम को ही शेषनाग पहुंची थी।
गौरतलब है कि समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा के लिए छड़ी मुबारक ने अपने विश्राम स्थल दशनामी अखाड़ा श्रीनगर से दो अगस्त को यात्रा शुरू की है। छड़ी मुबारक शुक्रवार को पहलगाम से चंदनबाड़ी और शनिवार सुबह चंदनबाड़ी से शेषनाग के लिए रवाना हुई थी। रविवार शाम करीब पांच बजे छड़ी मुबारक पंचतरणी पहुंच गई। रात्रि विश्राम पंचतरणी में करने के बाद सोमवार तड़के छड़ी मुबारक पवित्र गुफा में प्रवेश करेगी और भगवान अमरनाथ की पूजा अर्चना के बाद वापसी शुरू करेगी।
महंत दीपेंद्र गिरी ने बताया कि भगवान अमरेश्वर की पूजा के बाद छड़ी मुबारक वापस की यात्रा शुरू करेगी और आठ अगस्त को पहलगाम पहुंचेगी। इसके बाद नौ अगस्त को पहलगाम में लिद्दर किनारे स्थित शिवमंदिर में हवन होगा और कड़ी पकौड़ी भंडारा होगा। इसके साथ ही इस साल की तीर्थयात्रा संपन्न हो जाएगी। स्वास्थ्य बिगड़ने से 20 श्रद्धालुओं की हुई मौत बाबा अमरनाथ यात्रा में इस बार 20 श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबंधी कारणों से मौत हुई। बाबा अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी। २० जुलाई तक स्वास्थ्य बिगड़ने से 20 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। उसके बाद किसी भी श्रद्धालु की मौत नहीं हुई। बाबा अमरनाथ यात्रा में कुल 48 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। सड़क दुर्घटनाओं में 20 और आतंकी हमले में आठ श्रद्धालुओं की मौत हुई।
यात्रा में मृतकों की संख्या
वर्ष मृतक
2014- 40
2015- 27
2016- 22
2017- 20
30 श्रद्धालुओं का आखिरी जत्था रवाना
जम्मू। बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का आखिरी जत्था रविवार सुबह बालटाल के लिए रवाना हुआ। सोमवार को संपन्न हो रही यात्रा के लिए यात्री निवास भगवती नगर से 30 श्रद्धालु एक बस में सवार होकर गए। बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था 28 जून को रवाना हुआ था। 29 जून को पहले दर्शन हुए थे। अब तक करीब 2.60 लाख श्रद्धालु बाबा अमरेश्वर के दर्शन कर चुके हैं।
Comments are closed.