नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान छोटे उद्योगों के उत्पादों का निर्यात 7.5 प्रतिशत बढ़ा है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2016-17 में छोटे उद्योगों के उत्पादों के निर्यात में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी जबकि वित्त वर्ष 2015-16 में यह आंकड़ा 5.9 प्रतिशत की गिरावट में था।
श्री सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 में सितंबर तक छोटे उद्योगों के उत्पादों का निर्यात 78 अरब 51 करोड़ 99 लाख 10 हजार डॉलर रहा है। वित्त वर्ष 2015-16 में इन उत्पादों का निर्यात 130 अरब 76 करोड़ 87 लाख डॉलर, वित्त वर्ष में 2016-17 में 137 अरब छह करोड़ 88 लाख डॉलर और वित्त वर्ष 2017-18 में 147 अरब 39 करोड़ डॉलर दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने छोटे उद्योगों को बढावा देने और निर्यात को प्रोत्साहित करने के कई कदम उठाये हैं। यह सभी कदम राष्ट्रीय विनिर्माण प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम, मेक इन इंडिया और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत उठाये गये हैं और संबंधित बुनियादी ढ़ांचे को मजबूत किया गया है। इसके अलावा छोटे उद्योगों के लिये पूंजी की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है और निर्यात के लिये कई सुविधायें दी गयी है। छोटे निर्यातकों को प्रक्रियागत मदद देने के लिए निर्यात बंधु योजना चलायी जा रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था में छोटे उद्योगों की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2014-15 में 29.7 प्रतिशत, वित्त वर्ष 2015-16 में 29.2 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2016-17 में 28.9 प्रतिशत रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार देश में लगभग 12 करोड़ लोग कृषि से इतर असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं। इनमें निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिक शामिल नहीं है
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