बादशाहपुर, 28 मार्च (अजय) : नगर निगम वार्ड 25 बादशाहपुर कस्बे में इन दिनों पिछले एक माह से अधिकारीयों को दी जा रही दूषित पेयजल सप्लाई की शिकायतों पर अधिकारीयों के कान पर जूं तक नही रेंग रही है। पार्षदों के कार्यकाल समाप्ति के बाद से क्षेत्र में निगम अधिकारी बेपरवाह और बेलगाम हो चुके है, जिसका सबसे बड़ा उधाहरण क्षेत्र में वाटर सप्लाई की मुख्य लाइन में लीकेज के चलते घरों में हो रहे बदबूदार सीवर के पानी की शिकायतों पर कोई संज्ञान नही लेना है। हेरानी के बाद है कि इस विषय में क्षेत्र के लोगों तथा मीडिया के माध्यम पिछले 15 दिनों से लगातार शिकायतों पर ध्यान दिलाया जा रहा है बावजूद इसके अधिकारिओं ने इस पर संज्ञान लेना उचित नही समझा है। क्षेत्र में नगर निगम के जेई, एस.डी.ओ., एक्स.ई.एन को कई बार शिकायत से अवगत कराया जा चूका है उसके बावजूद इन शिकायतों पर ध्यान नही दिया गया है। क्षेत्र के एक्स.ई.एन. तो किसी का फोन ही नही सुनते बल्कि मेसेज पर जब उनसे शिकायत के बारे में सवाल पूछा जाता है तो उस पर भी कोई जवाब देना उचित नही समझते। जब एक्स.ई.एन. ही लोगों की समस्याओं को नही सुनेगे तो निचले अधिकारी लोगों की समस्यां पर क्यों ध्यान देंगे। जिससे साफ पता चलता है कि अधिकारी किस कदर अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे है और लोगों को दूषित पानी पीने के लिए मजबूर कर रहे है। दूषित पानी पीने से बीमार हो रहे लोगों के लिए पूरी तरह से निगम प्रशासन जिम्मेदार है, जिस पर निगम आयुक्त को सख्ती से कार्यवाही करते हुए लापरवाह अफसरों को उनकी जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से पदमुक्त किया जाना चाहिए और लोगों की समस्याओं को सुनने वाले अधिकारीयों को लगाना चाहिए। ताजुब की बात है कि इस विषय में 22 मार्च को क्षेत्र के जॉइंट कमिश्नर सुमित कुमार को भी अवगत कराया गया, जिस पर उन्होंने संज्ञान लेते ही तत्काल शिकायत का समाधान कराने के लिए अधिकारीयों को निर्देश दिए गये थे, बावजूद इसके जॉइंट कमिश्नर के आदेशों को अधिकारी कुछ नही समझते और शिकायत पर आज तक कोई काम नही हुआ, स्थानीय निगम कर्मचारियों से लीकेज के बारे में जब आज बात हुई तो उन्होंने बताया कि निगम की तरफ से लाइन को मरमत के लिए कोई नही आया है। इस समस्यां पर निगम आयुक्त को जल्द से जल्द सख्त कार्यवाही करनी चाहिए और क्षेत्र के लोगों को दूषित पेयजल समस्यां से निजात दिलाने का कार्य किया जाना चाहिए।
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