गुरुग्राम (अजय) : नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल ने कहा है कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने आनन-फानन में अपने आखरी कार्यकाल में 4 साल से लंबित पड़े 44000 नलकूपों के कनेक्शन बहाल करके यह खुद ही साबित कर दिया कि वो किसानों की कितनी हमदर्द है। गोयल ने कहा कि अगर इन 44000 नलकूपों को किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर पहले ही जारी कर दिया गया होता तो इतने दिनों तक किसानों को फसल सींचने के लिए कुदरत या फिर नहरी पानी पर निर्भर न रहना पड़ता। बे वक्त की बारिश और समय पर नहरों का पानी न मिलने के कारण किसानों का कितना नुकसान हुआ किसी से छुपा नहीं है।
गोयल ने कहा कि सरकारी महकमों के ढुलमूल रवैए को देखते हुए इतनी भारी तादाद में नए कनेक्शन जारी करने की प्रक्रिया को पूरा करने में 1 साल से ज्यादा का समय लग सकता है और इस बात की कोई गारंटी नहीं कि योजना आसानी से सिर चढ़ जाएगी। देश प्रदेश में किसानों की अनदेखी के कारण आज उन्हें कर्ज के तले दबे रहने और आत्महत्या करने पर मजबूर करती है। सरकार को चाहिए कि वो किसानों की प्राथमिकताओं को समझें और ऐसी व्यवस्था करें कि उन्हें कर्ज लेना न पड़े। क्योंकि पहले किसान को कर्ज लेने के लिए मजबूर किया जाता है और फिर कर्ज माफी का ऐलान करके चुनाव जीतने का षड्यंत्र रचा जाता है।
वशिष्ठ गोयल ने कहा कि देश को ऐसी व्यवस्था की जरूरत है जो देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सके। उन्होंने कहा कि ऐसी ही व्यवस्था को बहाल करने के उद्देश्य से उन्होंने शिक्षाविद डॉ सर्वदानंद आर्य और अपने साथियों के साथ मिलकर नव जन चेतना मंच का गठन किया है। उन्होंने कहा कि जब तक वो राजनीतिक उपेक्षा के शिकार दक्षिण हरियाणा के लोगों, गरीब, दबे, कुचले, असहाय, दलितों और किसानों को न्याय नहीं दिलवा देंगे तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।
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