बादशाहपुर, 8 मार्च (अजय) : भारतीय संस्कृति में नारी के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है। मां, पत्नी और बहन जैसे कई रिश्तो में एक महिला हमेशा हमारे साथ होती है। मां के रूप में एक महिला को ईश्वर से भी बढ़कर माना गया है। संस्कृत में एक श्लोक है यस्य पूज्यते नार्यस्तु तत्र रमंते देवता अर्थात् जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। महिलाओं की आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों को उत्सव के रूप में हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। आज गुरुग्राम के सेक्टर 67 में स्थित अशोका इंटरनेशनल स्कूल के प्रांगण में भी महिला दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन अशोक यादव, मुख्याध्यापिका शशि यादव, कोर्डिनेटर अनुपमा व सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे। इस उपलक्ष में नारी शक्ति को बुलंद करते हुए केक-कटिंग का कार्यक्रम हुआ। विद्यालय में शिक्षकों के मध्य कई प्रकार के खेलों का आयोजन किया गया। विजेता प्रतिभागी को मुख्याध्यापिका की तरफ से उपहार वितरित किए गए। विद्यालय की मुख्याध्यापिका ने इस उपलक्ष में सभी महिला शिक्षकों को फूल देकर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति ही वह शक्ति है, जो अपने साहस, परिश्रम और दूरदर्शिता से असंभव को संभव कर दिखाती है। विद्यालय के चेयरमैन अशोक यादव ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए कहा कि यदि पूर्ण रूप से विकास करना है तो लिंगभेद को समाप्त करना होगा। लड़कियों को लड़कों की तरह सभी सुविधाएं प्रदान कर उनको हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। महिलाओं में अपरिमित शक्ति और क्षमताएं विद्यमान है। विद्यालय के चेयरमैन द्वारा सभी शिक्षकों को मिष्ठान वितरण द्वारा सम्मानित किया गया तथा कार्यक्रम का समापन अल्पाहार के साथ हुआ।
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