नई दिल्ली । साइबर सुरक्षा को लेकर हमेशा से सवाल खड़े किए गए हैं। यूं तो भारत सरकार डिजिटल भारत की ओर कदम बढ़ा रही है। वहीं, लोगों का ऑनलाइन सुरक्षा पर विश्वास बन नहीं पाया है। इसका कारण आए दिन हो रहे ऑनलाइन फ्रॉड भी हैं। इसी क्रम में भारत के साइबर अधिकारी ने ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
क्या है साइबर अधिकारी का कहना?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइबर सिक्योरिटी चीफ गुलशन राय ने कहा की वो नेटबैंकिंग का शायद ही कभी इस्तेमाल करते हैं। उनका इशारा डिजिटल ट्रांजैक्शन में होने वाली गड़बड़ियों से सावधान रहने का था। उन्होंने कहा- “इस प्रकार के ट्रांजैक्शन में एक दिक्कत है कि अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि डिजिटल मार्केटप्लेस का रेगुलेटर कौन है?” उन्होंने यह भी कहा कि हमारे यहां डिजिटल टैंजक्शन्स से सम्बंधित शिकायतों को ठीक से निपटने के लिए सही सिस्टम नहीं है। उन्होंने बताया की- एटीएम ओर क्रेडिट कार्ड से सम्बंधित फ्रॉड का निपटारा करना भी बेहद मुश्किल होता है। लेकिन इन परेशानियों का हल निकालना बहुत जरुरी है।
आप इस तरह बरत सकते हैं सावधानियां
- अपना एटीएम कार्ड व उसका पासवर्ड किसी से साझा न करें।
- पासवर्ड को अल्टीमेट फॉरमेट में बनाएं। स्पेशल कैरेक्टर शामिल करें।
- जब एटीएम में पैसा निकालने के लिए जाएं तो किसी दूसरे व्यक्ति के सामने पैसा न निकालें।
- स्वयं ही एटीएम से पैसा निकाले किसी दूसरे व्यक्ति की मदद न लें।
यह भी रखें ध्यान
-यदि आपको एटीएम मशीन से पैसा निकालना नहीं आता है तो किसी परिचित व्यक्ति को ही साथ ले जाएं
-एटीएम से लेनदेन पूरा होने के बाद मशीन में कैंसिल का बटन अवश्य दबा दें
-फोन पर किसी भी व्यक्ति को गोपनीय कोडवर्ड की जानकारी न दें
-यदि एटीएम कार्ड गुम या चोरी हो जाए तो कस्टमर केयर पर फोन कर तत्काल सेवाएं बंद कराएं
-समय समय पर अपने एटीएम का पासवर्ड बदलते रहें
-यदि एटीएम से पैसा निकालने की पूरी प्रक्रिया हो जाए और पैसा न निकले तो तुरंत वापस न जाएं
-पैसा निकालते समय एटीएम पर चेक करें कि जिस जगह कार्ड डाल रहे हैं वहां कोई डिवाइस तो नहीं लगी है
-पैसा निकालने से पहले कीबोर्ड को अच्छी तरह हिलाकर देखें कि डुप्लीकेट कीबोर्ड तो नहीं लगा है।
-एटीएम में जाने के बाद देखें कि कोई ऐसा कैमरा तो नहीं लगा जो आपका पासवर्ड कैद कर सके।
-यदि आपके पास किसी शॉपिंग साइट का लिंक आता है तो उसका इस्तेमाल न करें।
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