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धर्मेंद्र प्रधान भारतीय भाषा उत्सव और प्रौद्योगिकी एवं भारतीय भाषा शिखर सम्मेलन का करेंगे शुभारंभ

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नई दिल्ली ,30 अगस्त। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 30 सितंबर और एक अक्टूबर, 2023 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले दो दिवसीय भारतीय भाषा उत्सव और प्रौद्योगिकी तथा भारतीय भाषा शिखर सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। यह शिक्षा में भारतीय भाषाओं के तकनीकी रूप से समृद्ध भविष्य की दिशा तय करेगा।

आईआईआईटी-डीएम, कांचीपुरम के निदेशक मंडल के अध्यक्ष और ज़ोहो कॉर्पोरेशन के सीईओ श्रीधर वेम्बू मुख्य वक्तव्य देंगे। इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति, शिक्षाविद्, प्रौद्योगिकी और भाषा विशेषज्ञ तथा शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी सम्मिलित होंगे।

भारत सरकार ने प्रसिद्ध तमिल कवि और स्वतंत्रता सेनानी महाकवि चिन्नास्वामी सुब्रमण्यम भारती के जन्मदिन (11 दिसंबर) को भारतीय भाषा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव किया है। भारतीय भाषा उत्सव 28 सितंबर 2023 से 11 दिसंबर 2023 तक आयोजित किया जाएगा।

भारतीय भाषा उत्सव के अंग के रूप में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में तीन महत्वपूर्ण विषयगत सत्र शामिल होंगे: (i) भारतीय भाषाओं के लिए प्रौद्योगिकी, (ii) भारतीय भाषाओं में प्रौद्योगिकी, और (iii) भारतीय भाषाओं के माध्यम से प्रौद्योगिकी। ये विषय भारतीय भाषा को बढ़ावा देने में प्रौद्योगिकी के एकीकरण पर जोर देंगे, जिसमें शिक्षण, प्रशिक्षण, परीक्षा और शैक्षिक सामग्री के अनुवाद में इसकी भूमिका शामिल है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य एनईपी-2020 के दृष्टिकोण के अनुरूप वर्तमान शिक्षा ईको-प्रणाली से भारतीय भाषाओं में निहित सहज अंतरण की सुविधा प्रदान करना है।

शिखर सम्मेलन के दौरान, “भारतीय भाषाओं के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना”, “ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर स्थानीयकरण”, “सर्च इंजन स्थानीयकरण” और अन्य विषयों पर व्यापक चर्चा होगी। भारतीय भाषाओं में शिक्षा के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए एक समग्र रोडमैप तैयार किया जाएगा, जिसमें शिक्षाविदों, छात्रों, अनुसंधानकर्ताओं, एडुटेक और इन्फोटेक उद्योग के प्रोफेशनलों, तकनीकी विशेषज्ञों, मीडिया प्रतिनिधियों और फ्रीलांसरों सहित विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों की सक्रिय भागीदारी होगी।

भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी उत्पादों, उद्योगों, सरकारी संगठनों और स्टार्ट-अप द्वारा इसके अनुप्रयोगों को प्रदर्शित करने के लिए एक सार्वजनिक मंडप भी स्थापित किया जाएगा।

शिखर सम्मेलन संयुक्त रूप से शिक्षा मंत्रालय (एमओई), कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई), और उनके संबद्ध संस्थानों, जैसे केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान (सीआईआईएल), विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी फोरम (एनईटीएफ), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), राष्ट्रीय व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा केंद्र (एनसीवीटीई), राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई), भारतीय भाषा समिति (बीबीएस), और अन्यद्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा।

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