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हम अपने गुरुग्राम को बनाएंगे सर्वश्रेष्ठ शहर : नवीन गोयल

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गुरुग्राम, 26 सितम्बर (ब्यूरो) : हमें अपने शहर गुडग़ांव से बिजली, पानी, सडक़, सीवरेज, स्वच्छता, पर्यावरण, भूजल स्तर समेत तमाम सुविधाओं में सुधार करके एक मॉडल शहर के रूप में विकसित करना है। इन सब सुविधाओं को दुरुस्त करके हम अपने गुडग़ांव को सर्वश्रेष्ठ शहर बनाएंगे। यही हमारा ध्येय और उद्देश्य है। यह बात उन्होंने बुधवार को विभिन्न क्षेत्रों में चुनाव प्रचार के दौरान कही। नवीन गोयल ने बुधवार को शहर में अनेक क्षेत्रों में सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक कार्यक्रमों में शिरकत की। लोगों से वोट की अपील करते हुए गिलास के निशान पर वोट देने की अपील की। नवीन गोयल ने 5 अक्टूबर को गिलास के निशान पर वोट देने की अपील करते हुए कहा कि इस बार का चुनाव कोई साधारण चुनाव नहीं है। कहने को यह आम विधानसभा चुनाव है, लेकिन यह खास चुनाव है। यह चुनाव गुडग़ांव के विकास का रास्ता तय करेगा। यह चुनाव गुडग़ांव के युवाओं का भविष्य तय करेगा। यह चुनाव महिला सशक्तिकरण की राह तय करेगा। यह चुनाव बच्चों के बेहतर भविष्य को तय करेगा। यह चुनाव अच्छी शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य, अच्छी सुरक्षा तय करेगा। यह चुनाव प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने की दिशा और दशा तय करेगा। अब हमें देखना है कि हम इन सब सुविधाओं, इन सब कार्यों के साथ आगे बढऩा चाहते हैं या फिर सुविधाओं के अभाव में 5 साल फिर से किसी सरकार को कोसना चाहते हैं। नवीन गोयल ने फिर दोहराया कि राजनीति में आने का उनका मकसद राजनीति करना नहीं है। वे शुरू से ही सेवा करते रहे हैं और सेवानीति ही उनका उद्देश्य है। कैनविन फाउंडेशन सेवा का एक प्लेटफार्म तैयार किया गया है। समाज की चिकित्सा संबंधी सेवाएं यहां से की जा रही हैं। और भी बहुत से सेवा कार्य, जनसुविधाएं ऐसी हैं, जो सरकार का हिस्सा बनकर ही पूरी की जा सकती हैं। इसलिए उन्होंने राजनीति में आगे कदम बढ़ाए। उन्हें खुशी है कि आज पूरा गुडग़ांव राजनीति को सबक सिखाकर सेवानीति को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जीरो से लेकर उम्रदराज व्यक्ति की सेवा करके हम सब पुण्य के भागी तो बनते ही हैं, साथ में आत्मसंतुष्टि भी होती है। हमें किसी की आंख में आंसु देने की बजाय चेहरे पर मुस्कान देने वाले बनना चाहिए। वह संतुष्टि हर सुख से बड़ी होगी। नवीन गोयल ने समाजसेविका एवं राजनीति में बड़ा नाम बहन अनुराधा शर्मा की उस बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि गुडग़ांव में महाभारत कालीन समय से प्रतिभा को दबाने का कार्य शुरू हुआ था। यहां धनुर्विद्या में पारंगत एकलव्य की प्रतिभा को खत्म किया गया। प्रतिभा को खत्म करने की उसी समय राजनीति शुरू हो गई थी, जो आज सेंकड़ों साल बाद तक भी हो रही है। हमारे साथ जब राजनीति हुई तो हमने समाजवाद की नीति अपनाई। खुद को समाज को अर्पित करते हुए 36 बिरादरी से समाधान मांगा। उसी समाधान से आज वे महाभारतकालीन शहर गुडग़ांव में चुनावी युद्ध में मजबूती से डटे हैं। बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद, युवाओं के सहयो ने आगे बढऩे की प्रेरणा दी है। सभी के सहयोग से ही हम इस चुनावी दंगल में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके गुडग़ांव के विकास की नई गाथा लिखेंगे।

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