PBK NEWS | नई दिल्ली। दक्षिण कश्मीर में ब्रेंठी दियालगाम(अनंतनाग) में शनिवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक स्थानीय महिला की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने ग्रामीणों के पथराव के बावजूद आतंकियों को मार गिराने का अभियान जारी रखा हुआ है। गांव में छिपे आतंकियों में दुर्दांत आतंकी बशीर लश्करी भी है।
ब्रेंठी दियालगाम में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी मुठभेड़ के दौरान क्रासफायरिंग में एक महिला की मौत के बाद पैदा हालात के मददेनजर प्रशासन ने अनंतनाग जिले में सभी स्कूल कालेजों में अवकाश घोषित कर दिया है। इसके साथ ही अंतनाग, बीजबेहाड़ा, काजीगुंड, खन्नाबल और उसके साथ सटे इलाकों में इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया है।
अनंतनाग से मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह चार बजे सुरक्षाबलों ने ब्रेंठी दियालगाम में तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर घेराबंदी करते ही तलाशी अभियान चलाया। तलाशी लेते हुए जवान जैसे ही आतंकी ठिकाना बने मकान के पास पहुंचे, अंदर छिपे आतंकियों ने उन पर गोली चला दी। जवानों ने भी जवाबी फायर किया और मुठभेड़ शुरू हो गई।
इस बीच, स्थानीय मस्जिदों से सुरक्षाबलों के खिलाफ एलान हुआ और बड़ी संख्या में लोग जिहादी नारे लगाते हुए मुठभेड़ स्थल पर जमा होने लगे। उन्होंने घेराबंदी तोड़ने के लिए सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने पथराव के बावजूद संयम बनाए रखा और आतंकियों की गोलियों का जवाब देना भी जारी रखा। उन्होंने ग्रामीणों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया।
इस दौरान क्रासफायरिंग की चपेट में आकर एक स्थानीय महिला ताहिरा गंभीर रुप से घायल हो गई। उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत लाया घोषित कर दिया। डाक्टरों ने बताया कि 40 वर्षीय ताहिरा की पीठ पर गोली लगी थी जो उसके सीने से बाहर निकली थी।
इस बीच, ताहिरा की मौत की खबर फैलते ही ब्रेंठी, बटपोरा, दियालगाम और उसके साथ सटे इलाकों में भी तनाव पैदा हो गया। लोग हिंसा पर उतर आए और पूरे इलाके में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झढ़पों का दौर शुरु हो गया। इस खबर के लिखे जाने तक सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के साथ ही हिंसक प्रदर्शनों का दौर भी जारी था।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि बशीर लश्करी ने ही गत माह अच्छाबल में पुलिस दल पर घात लगाकर हमला किया था। इसमें अच्छाबल के थाना प्रभारी फिरोज अहमद डार समेत छह पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। लश्करी को इस हमले के बाद पुलिस ने डबल ए श्रेणी का आंतकी घोषित कर उस पर पहले से घोषित 10 लाख के ईनाम को बढ़ाकर 12 लाख कर दिया था। लश्करी गत सप्ताह भी सोफ गांव में सुरक्षाबलों की घेराबंदी तोड़ भागने में कामयाब रहा था।
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