नई दिल्ली, 21 सितंबर। हिंदू धर्म संस्कृति, उसके जीवन मूल्यों, धर्म ग्रंथों और आध्यात्मिक परंपराओं के साथ सनातन के समूल नाश का, कुछ सनातन शत्रु, जो दिवास्वप्न देख रहे हैं, उन्हें समझना होगा कि यह कुकर्म मुगल, मिशनरी और अंग्रेज भी कर के विदा हो लिऐ, इनकी क्या औकात है! इन हिन्दू द्रोहियों को भारत की जनता समय पर करारा जवाब देगी।
17 सितंबर रविवार को आर्यसमाज वेद मंदिर सीपी ब्लॉक पीतमपुरा के वार्षिकोत्सव पर विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने यह भी कहा कि यह सनातन ही हैं जो कि अनवरत प्राण-घातक हमलों के बावजूद, न तो हिंसक होता है और न ही अपनी मर्यादा को छोड़ता है। किंतु, समय आने पर लोकतांत्रिक पद्धति से करारा जवाब देना भी जानता है।
उन्होंने कहा कि कोई हमारे सनातन को डेंगू मलेरिया व कोरोना बताता है तो कोई एचआईवी और कुष्ठ रोग, कोई राम को नकारता है तो कोई हमारे धर्मग्रंथों पर ही कीचड उछालता है। कोई सनातन धर्म की उत्पत्ति व अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगाता है, कोई भगवा आतंकवाद जैसे झूठ गढ़ता है, कोई हिन्दू श्रद्धालुओ को लड़की छेड़ने वाला बताता है, कोई सनातनी प्रधानमंत्री की तुलना शिवलिंग पर बैठे बिच्छू से करता है तो कोई भगवान परशुराम जी को ‘आतंकवादी’ और ‘बलात्कारी’ बताता है। कोई गीता में जिहाद देखकर भगवान श्रीकृष्ण को जिहादी बताता है, वहीं कोई हिंदू धर्म को धोखा बताता है तो कोई रामचरित मानस को नफरत का ग्रंथ बताता है। कोई हिंदू देवी देवताओं के विरोध करने की सार्वजनिक शपथ दिलाता है तो कोई तिलक लगा कर घूमने वालों को भारत की गुलामी का कारण बताता है! महत्वपूर्ण बात ये है कि इस प्रकार की मानसिकता रखने वाले लगभग सभी लोग या तो कांग्रेसी हैं या उसकी कोख से जन्म लेने वाले दल या उसके सहयोगी दलों के नेता हैं। स्मरण रहे कि इस भारतीय संस्कृति के सर्वनाश पर उतारू गैंग को करारा जवाब जनता अपनी सनातन पद्धति से ही देगी।
उन्होंने यह भी कहा कि आज के यज्ञ और सत्संग के माध्यम से हमने इन कुबुद्धियों को सद्बुद्धि देने की जो प्रार्थना की है उसके परिणाम भी शीघ्र मिलेंगे। ये लोग सनातन संस्कृति के पुनरोदय से भयभीत हैं, यह सब जानते हैं। चार दिवसीय वेद कथा का समापन करते हुऐ वैदिक प्रवक्ता व दर्शनाचार्या विमलेश बंसल आर्या ने भी कहा कि हमें वेदों की समझ और यज्ञ का प्रभाव जन जन और घर घर तक लेकर जाना हैं। वैदिक धर्म ही सत्य और सनातन है जिसका प्रकाश उन लोगो तक भी लेकर जाना है जहां जहां अज्ञान रूपी अंधकार छाया हुआ है।दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महा मंत्री विनय आर्य ने आह्वान किया कि हमारी इस सनातन संस्कृति को बच्चों और युवा पीढ़ी में ले जाना बहुत जरूरी है।
CA नरेश खन्ना की अध्यक्षता में संपन्न कार्यक्रम में आर्य केंद्रीय सभा के महामंत्री सतीश चड्ढा, वेद प्रचार मंडल के महामंत्री जोगेन्द्र खट्टर, आर्यसमाज पीतमपुरा के प्रधान व्रतपाल भगत, मंत्री सोहन लाल आर्य, कोषाध्यक्ष राकेश ठुकराल, महिला प्रधान सुशीला सेठी, मंत्रिणी सुधा शर्मा व संरक्षक ओमप्रकाश नागिया के अतिरिक्त राधाकृष्ण मन्दिर, पीतमपुरा के प्रधान विनोद सिंघल, आर्य समाज संतनगर (ईस्ट ऑफ कैलाश) के मंत्री डॉ वरुण कुमार और अनेक सामाजिक धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों के मूर्धन्य श्रोता, मातृशक्ति व बालक बालिकाएं उपस्थित थे।
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