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पूर्व सैनिक बेगराज की कहानी हर भारतीय के लिए गर्व का विषय

बेगराज यादव का सैन्य जीवन प्रेरणा का स्रोत

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गुरुग्राम, 17 जुलाई (ब्युरो) : वर्ष 1983 में भारतीय सेना में भर्ती होकर बेगराज यादव ने दुश्मनों को अपनी बहादुरी और साहस का परिचय दिया था। बेगराज यादव ने बीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1983 में सैनिक बनकर देश की सेवा करने का संकल्प लिया। उन्होंने भारतीय सेना में तोपखाना (आर्टिलरी) में अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई और अपने अदम्य साहस से दुश्मनों के होश उड़ा दिए। बेगराज यादव का सैन्य जीवन प्रेरणा का स्रोत है। सेना में शामिल होते ही उन्होंने अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाया। तोपखाना के एक जवान के रूप में, यादव ने कई महत्वपूर्ण अभियानों में भाग लिया और अपने नेतृत्व और बहादुरी से अपनी टुकड़ी को हमेशा प्रेरित किया। उनके सहकर्मी और सेना के वरिष्ठ अधिकारी उनके साहस और नेतृत्व की तारीफ करते नहीं थकते। एक पूर्व सेना अधिकारी ने कहा था कि “बेगराज यादव ने हर चुनौती का डटकर सामना किया। उनकी रणनीतिक सोच और अदम्य साहस ने उन्हें एक आदर्श सैनिक बना दिया था। बेगराज यादव के सैन्य करियर की एक खास बात यह रही कि उन्होंने न केवल युद्ध के मैदान में बल्कि प्रशिक्षण के दौरान भी अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। उन्होंने कई युवा सैनिकों को प्रशिक्षण दिया और उन्हें युद्ध के लिए तैयार किया।

उनकी इस सेवा भावना और समर्पण ने उन्हें अपने साथियों के बीच एक आदर्श और प्रेरणादायक नेता बना दिया। उनकी देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यादव ने दिखा दिया कि सच्चा देशभक्त वही होता है जो अपने देश की सेवा के लिए हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार रहता है। आज भी बेगराज यादव अपने सैनिक जीवन की यादों को संजोए हुए हैं और युवाओं को देश सेवा के लिए प्रेरित करते हैं। अपनी पुरानी एक फोटो उन्होंने हमे शेयर करते हुए पुरानी यादों को दिखाने का प्रयास किया, उनके जीवन की कहानी हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है और यह दिखाती है कि कैसे एक साधारण व्यक्ति अपने अदम्य साहस और समर्पण से असाधारण कार्य कर सकता है।

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