गुड़गांव, 15 दिसम्बर (अजय) : दिल्ली के साथ अब गुरुग्राम की हवा में जहर खुलने से सांस लेना मुश्किल हो चूका है शहर की हवा में लगातार तेजी से जहर घुल रहा है जिस पर सरकार और प्रशासन को सख्त और उचित कदम उठाने की बड़ी जरूरत है समाज सेवी निशांत राघव कहते है कि गुरुग्राम में काफी जगह कुछ कम्पनिओं द्वारा कचरा जलाने के मामले देखे गये है जिस पर अंकुश लगना चाहिए वही डीजल इंजन के जो वाहन खराब हो चुके है उनके इंजनों को नया लगवाने तथा उन्हें बदलने की दिशा में प्रशासन द्वारा कार्यवाही करानी चाहिए यही नही निर्माण साइटों को भी अभी कुछ समय के लिए बंद किया जाना चाहिए सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गुड़गांव हरियाणा का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है। रोहतक तथा पंचकूला को प्रदूषण के लिहाज से काफी हद तक सुरक्षित पाया गया है।
क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी का कहना है कि गुड़गांव में वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण प्रदूषण स्तर भी सबसे अधिक है। शहर में प्रदूषण की सही स्थिति जानने के लिए करीब एक करोड़ रुपये लागत से मशीन लगाई गई है। इसमें डिस्प्ले बोर्ड लगा है। इसके जरिये प्रदूषण का स्तर लगातार पता चलता रहता है। इसके आंकडे़ सेंट्रल पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट पर भी रिकॉर्ड होते रहते हैं। विभाग की रिपोर्ट के अनुसार शहर में तो वाहन हैं ही, एक्सप्रेसवे पर भी बड़ी तादाद में वाहन गुजरते हैं। इस कारण आसपास के एरिया में प्रदूषण होता है।
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