बादशाहपुर, 1 फरवरी (अजय) : भारतीय नारियों के लिए प्रेरणा स्रोत, साहस व शक्ति की प्रतिमूर्ति अंतरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ एवं प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला को आज देशवासियों सहित गुरुग्राम के लोगों ने विन्रम श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया। गुरुग्रामवासी प्रो.हंसराज यादव, वर्धन यादव, बीरु सरपंच, महेश घोडारोप, कृष्ण गुर्जर, नीरज यादव, उदयवीर अंजना, यशपाल यादव ने कहा कि भारत की बेटियां हर क्षेत्र में अपना मुकाम बना रही हैं। वह घर चलाने से लेकर देश चलाने तक, पहाड़ों पर चढ़ने से लेकर हवा में फाइटर प्लेन उड़ाने तक में अपनी भागीदारी दे रही हैं। ये तो बात रही आज की मॉडर्न महिलाओं की लेकिन अब की महिलाओं को आगे बढ़ने, देश और समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा देने में इतिहास की कुछ महिलाओं का अहम रोल रहा। आज बच्चा बच्चा कल्पना चावला का नाम जानता है। वह अंतरिक्ष पर उड़ान भरने वाली पहली भारतीय मूल की महिला थीं। उनकी यह उपलब्धि केवल महिलाओं के लिए प्रेरणा नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। आज कल्पना चावला की पुण्यतिथि है। 1 फरवरी 2003 को कोलंबिया स्पेस शटल के दुर्घटनाग्रस्त होने के साथ ही यान में सवार सभी अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई थी। इनमें से एक कल्पना चावला भी थीं। बेशक आज ही के दिन कल्पना की उड़ान रुक गई हो लेकिन वह दुनिया के लिए एक मिसाल बन गईं।
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