बादशाहपुर, 6 अक्टूबर (अजय) : बादशाहपुर में चुनावी रण का आगाज हो चूका है, सभी दलों ने अपने-अपने प्रत्याक्षीयों को मैदान में उतार दिया है फूल वाला उम्मीदवार मीठा बोलकर लोगों को रिझाने का प्रयास तो कर रहा है, लेकिन खुद को फूल वाले का समर्थक तथा ख़ास बताने वाले दुसरें हल्कों मानेसर तथा अन्य हल्कों से जुड़े कुछ चापलूस फूल वाले की भट्टी बुझाने का काम कर रहे है बादशाहपुर विधानसभा से पिछले चुनाव में फूल वाले ने जो गलती की, अब उसको वर्तमान में फिर दोहराने का कार्य शुरू हो चूका है पूर्व प्रत्याक्षी के बारे में कहा जाता था कि उनके आस-पास रहने वाले लोगों की बातें मान कर ही फूल वाला अन्य लोगों से खराब हुआ था, जिसके चलते लोगों में उनके प्रति नाराजगी रहती थी, वही घटनाक्रम अब वर्तमान में फूल वाले के साथ भी होती दिख रही है
मानेसर तथा अन्य जगह के कुछ लोग फर्जी तरह से फूल वाले की टीम में शामिल होकर फूल वाले के ठिकाने पर पहुँचने वाले व्यक्ति के कद को कुछ नही समझते और खुद को फूल वाले से उपर समझते हुए किसी को भी कुछ भी बोल देते है वही लोगों को फूल वाले से मिलवाने के लिए सुबह-शाम दोपहर का वक्त देकर बात करने की कहते हुए चक्कर कटाने का कार्य कर रहे है, जिससे ठिकाने पर आने वाले लोगों में नराजगी है फूल वाले के एक समर्थक की करतूत तो ऐसी है कि कुछ सालों पहले मीडिया ने फर्जी अस्पताल के मामले में उसकी ऐसी भट्टी बुझाई कि जनाब मीडिया का नाम सुनते ही भड़क जाते है, अपने क्षेत्र में जिसकी जरा भी कदर न हो और दाल नही गलती हो वह फूल वाले के साथ रहकर खुद को किसी बड़े मंत्री से कम नही समझ रहे, मानेसर क्षेत्र के कुछ लोगों का तो यह तक कहना है कि खुद फर्जी डिग्री लेकर जो दुसरो को फर्जी बताता है ऐसे लोगों से फूल वाले को नुकशान ही होगा कुछ लाभ नही होने वाला ऐसे चापलूसों के और भी खुलासे हम आगे भी करते रहेगें आकड़ों तथा पिछले घटनाक्रम की जानकारी जुटाकर ऐसे लोगों का नकाब भी उतारने का कार्य किया जाएगा
ऐसे लोग फूल वाले के पास जाने से पहले ही मीडिया को यह तक कह देते है कि रोजाना 35 से ज्यादा फर्जी पत्रकार उनके पास आते है, जिन्हें वह घास भी नही डालते आज फूल वाले के पास रहने वाले चापलूस मीडिया कर्मियों को फर्जी होने का मौखिक प्रमाण पत्र दे रहे है मीडिया को जिस तरह से फूल वाले के साथ रहने वाले चापलूस नीचा दिखाने का प्रयास कर रहे है कही यह उनको भारी न पड़ जाए, क्षेत्र में चर्चा तो यह है कि फूल वाला प्रत्याक्षी लोगों को अपनी तरफ खीचने में कामयाब हो रहा है छोटे राव व् बड़े राव के साथ रहने वाले समर्थक फूल वाले के साथ आ कर अपना समर्थन दे चुके है, जिससे फूल वाले की ताकत पहले वाले प्रत्याक्षी से कही ज्यादा नजर आ रही है देखना होगा कि फूल वाला अब पिछले प्रत्याक्षी की गलतियों से कुछ सीखता है या फिर वह भी इन्ही गलतियों को दोहराता है
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