PBK NEWS | तिरुअनंतपुरम। केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष यूडीएफ को तगड़ा झटका लगा है। एक न्यायिक आयोग ने सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमन चांडी को उनके निजी स्टाफ के साथ करोड़ों रुपये के सोलर पैनल घोटाला मामले में दोषी ठहराया है। आयोग ने कहा है कि इन सभी ने आरोपी सरिता एस नायर की मदद की है। हालांकि, चांडी ने खुद को पूरी तरह निर्दोष करार दिया है। चांडी के अनुसार, उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। कांग्रेस ने भी रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
जस्टिस जी शिवराजन आयोग की चार खंडों वाली 1,073 पृष्ठों की वाली इस रिपोर्ट को गुरुवार को मुख्यमंत्री पी. विजयन ने विधानसभा के विशेष सत्र में सदन के पटल पर रखा। मीडिया को भी इसकी प्रतियां उपलब्ध कराई गईं। केरल विधानसभा के इतिहास में यह पहला मौका था जब किसी न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पेश करने के लिए सदन का विशेष सत्र बुलाया गया था।
मेरा जीवन एक खुली किताब : ओमन चांडी
रिपोर्ट के बाद ओमन चांडी ने कहा, मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। यह पूछे जाने पर क्या रिपोर्ट उनका राजनीतिक करियर खत्म कर देगी, वह बोले, ‘जहां तक मेरा सवाल है, मेरा जीवन एक खुली किताब है। मुझे विश्वास है कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।’
जब सरिता नायर के पत्र में उनके व कुछ अन्य कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ यौन और भ्रष्टाचार के आरोपों की ओर ध्यान दिलाया गया तो चांडी ने कहा, ‘ब्लैकमेल होने पर क्या मुझे हार मान लेनी चाहिए।’ सरिता का यह पत्र इस घोटाले की जांच कर रहे आयोग की रिपोर्ट का हिस्सा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, यहां तक कि अगर आरोपों में जरा भी सच्चाई हुई तो मैं सार्वजनिक जीवन से दूर रहूंगा।
कांग्रेस ने पूरी तरह खारिज की रिपोर्ट
नई दिल्ली में कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एलडीएफ, दक्षिण भारत के कांग्रेसी नेताओं पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहा है। उन्होंने जानना चाहा कि यह रिपोर्ट क्यों लंबे समय से रोक कर रखी गई। कहा, चांडी और अन्य सभी नेता बेकसूर साबित होंगे। एलडीएफ सरकार की साजिश निश्चित तौर पर बेनकाब होगी।
News Source:- www.jagran.com
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