गुडग़ांव, 14 मार्च (अजय) : आगामी 18 मार्च से शुरु होने वाला चैत्र नवरात्र लगातार चौथे साल भी आठ दिन के ही रहेगे। उक्त बातों की जानकारी देते हुए क्षेत्र के पंडित कपिल भारद्वाज ने बताया कि अष्टमी व नवमी तिथि 25 मार्च को एक ही दिन होने से यह स्थिति बनी है। वर्ष 2015 से अब तक लगातार चैत्र नवरात्र आठ दिन के हो रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक तिथियों का घटना व बढऩा ही इसका कारण है। दूसरी ओर नवरात्र के पहले ही दिन गुडी पड़वा और विक्रम नव संवत्सर 2075 का शुभारंभ होगा। इस नूतन वर्ष का नाम विरोधकृत होगा। रविवार को नववर्ष शुभारंभ होने पर इस दिन के स्वामी सूर्य वर्ष के राजा और शनि मंत्री होंगे। पंडित कपिल भारद्वाज का मत है कि दोनों ग्रह परस्पर विरोधी है। बावजूद इसके सूर्य के प्रभाव से दुनिया में भारत का वर्चस्व बढ़ेगा और शनि के मंत्री रहते हुए न्याय व्यवस्था सुदृढ़ होगी।
उन्होनें बताया कि इस साल में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन भी बढऩे की संभावना है। चैत्र नवरात्र का शुभारंभ गुड़ी पड़वा पर 18 मार्च को सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। हालांकि प्रतिपदा तिथि एक दिन पूर्व 17 मार्च को शाम सात बजकर 41 मिनट पर प्रारंभ हो जाएगी। लेकिन इसे अगले दिन ही रविवार को सूर्योदय काल से माना जाएगा। इसलिए ही चैत्र नवरात्र इसी दिन से प्रारंभ होना माना है। पंडित कपिल ने बताया कि इस बार 31 मार्च को हनुमान जयंती मनाई जायेगी।
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