कुरुक्षेत्र। सामूहिक दुष्कर्म के बाद बच्ची को जन्म देने वाली किशोरी ने साफ कहा कि वह अपनी बेटी को अलग नहीं होने देगी। सजा उनको मिले जिन्होंने उसके साथ गलत किया। इसमें उसकी बेटी का क्या कसूर है। अब उसे डीएनए टेस्ट का इंतजार है ताकि उसके असली पिता का पता चल सके।
एलएनजेपी अस्पताल के प्रसूति केंद्र में शुक्रवार को किशोरी नवजात बेटी को आंचल से ढककर दूध पिला रही थी। साथ में उसकी मां भी थी। उसने अपनी बच्ची को छाती से लगाते हुए जागरण संवाददाता से परिचय मांगा और सवाल किया कि आप क्या लेने आए हो। जब उससे पूछा गया कि आखिर उसने घरवालों को बताने में इतना समय क्यों लगा दिया तो वह बोली कि उसे धमकाया गया था कि अगर किसी को कुछ बताया तो अच्छा नहीं होगा। वह जब गांव से बाहर जाती थी तो मौका पाकर अभियुक्त उसे रास्ते में घेर लेते थे और दुष्कर्म करते थे
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दुष्कर्म पीडि़ता फिलहाल मदरसे में शिक्षा ग्रहण कर रही थी। उसे इतना पता है कि वह उर्दू सीखने जाती थी। वह आगे पढ़ना चाहती है।
मां की आंखों में बेटी को विदा करने का सपना
पीड़ित किशोरी की मां की आंखों में बेटी की शादी का सपना है। उसकी मां कहती है कि यह मामला निपटने के बाद उसकी शादी कर देगी और सब कुछ ठीक हो जाएगा। मां की आंखों में यही सपना है कि उसकी बेटी खुशहाल जीवन व्यतीत करे।
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