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सरकारी अस्पतालों में असुविधा के चलते प्राइवेट अस्पताओं में जाने को मजबूर मरीज : गोयल

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गुड़गांव, 11 फरवरी (अजय) : प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में आज असुविधाओं के चलते ही प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को मजबूरन जाना पड़ रहा है। नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल ने आज बोलते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों में दिन-प्रतिदिन सुविधाओं का अभाव होता जा रहा है। जिसके चलते मरीजों को मजबूरी में प्राइवेट अस्पतालों की तरफ रुख करना पड़ रहा है। रोजाना मजदूरी करने वाला व्यक्ति दिन भर में महज 300 रूपये कमाता है, लेकिन बुखार आने तथा अन्य कोई बीमारी आने पर एक झटके में उसे 2 से 3 हजार रूपये प्राइवेट अस्पताल में गवाने पढ़ रहे हैं। ऐसे में सरकार को आम व्यक्ति द्वारा दिए जाने वाले टैक्स के पैसे से बने अस्पताल तथा डिस्पेंसरीओं में मिल रही लोगों को असुविधा पर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। सरकार को इस में जवाब देते हुए बताना चाहिए कि आज प्रदेश के अस्पतालों और डिस्पेंसरीओं की हालात इस कदर बदतर क्यों हो रही हैं। गरीब व्यक्ति को मजबूरी में सरकारी अस्पताल में असुविधा नहीं मिलने के कारण प्राइवेट अस्पताल में जाकर इलाज कराना पड़ रहा है। जहां न चाहते हुए भी मरीजों को तरह-तरह के टेस्ट और इलाज के नाम पर हजारों व लाखो रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। जिस पर सरकार को अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए।

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