गुड़गांव, 17 दिसम्बर (अजय) : प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा प्रदेश की न्याय सुरक्षा तथा प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन अधिकारियों के रवैए को देखते हुए सरकार के नेतृत्व के बाद शासन पर कमांड किसकी चल रही है, इस तरह की बातों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उक्त विषय में नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ट कुमार गोयल ने बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार के नेतृत्व के बाद शासन पर कमांड किसी की चल रही है। जिसके चलते आज हरियाणा प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारी अपनी मनमानी के चलते लोगों की सुख सुविधाओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। यदि सरकार की कमान सही तरह से प्रशासनिक अधिकारियों पर चले तो सरकार के नेतृत्व में शासन सही तरीके से चलता दिखेगा, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है। सरकार द्वारा योजनाएं तो लागू करने की बातें की जा रही है, लेकिन धरातल पर इन योजनाओं का कोई अमलीजामा पहनाते हुए अधिकारी नहीं दिख रहे हैं। दक्षिण हरियाणा की बात करे तो अकेले गुरुग्राम में ही करोड़ों रुपए का राजस्व हरियाणा को जाता है, लेकिन हरियाणा के ही गुरुग्राम के पास स्थित सोहना मेवात में आज भी बदहाली बनी हुई है और लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं कराई जा रही हैं। ग्राम पंचायतों के सरपंचों को ग्रांट देने में कई तरह की भेदभाव किए जाते हैं। जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो पाते हैं। ऐसे में सरकार को अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए धरातल पर काम दिखाने होंगे, यदि ऐसा नहीं होता है तो सरकार को आगामी चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
[post-views]
Comments are closed.