गुड़गांव, 7 जुलाई (अजय) : केबिनेट मंत्री राव नरबीर कहते है कि जीएसटी सरकार व कई अर्थशास्त्रियों द्वारा इसे स्वतंत्रता के पश्चात् सबसे बड़ा आर्थिक सुधार बताया गया है इससे केन्द्र एवम् विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा भिन्न भिन्न दरों पर लगाए जा रहे विभिन्न करों को हटाकर पूरे देश के लिए एक ही अप्रत्यक्ष कर प्रणाली लागू की जाएगी जिससे भारत को एकीकृत साझा बाजार बनाने में मदद मिलेगी
गुड्स एवं सर्विस टैक्स (जीएसटी) के अंतर्गत 1200 से अधिक वस्तुओं और 500 से ज्यादा सेवाओं पर लगने वाले टैक्स की दर अब तय हो चुकी है। टैक्स की दरों में बदलाव का देश की अर्थव्यवस्था से लेकर आपकी जेब तक असर पड़ना तय है।
जीएसटी पर अपनी इस विशेष कवरेज में हम लोगों तथा एक्सपर्ट की मदद से आपको इस नए टैक्स कानून की बारीकियों को समझाने का प्रयास करेंगे। साथ ही जीएसटी से जुड़े सवालों पर लोगों ने अपनी प्रतिकिया व्यक्त की है
भाजपा जिला महामंत्री मनोज शर्मा कहते है कि जीएसटी आने से सभी तरह के सामानों पर एक जैसा ही कर लगाया जाएगा पूर्व मे किसी भी सामान पर 30 से 35% तक कर देना पड़ता था कुछ चीजों पर तो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रुप से लगाया जाने वाला कर 50% से ज्यादा होता था जीएसटी आने के बाद यह कर अधिकतम 28 प्रतिशत हो जाएगा जिसमें कोई भी अप्रत्यक्ष कर नहीं होगा
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