गुरुग्राम, 20 नवम्बर (अजय) : 2020 तक भारत में एक मिलियन नियोटिक चाइल्ड इनोवेटर्स बनाने के मिशन के करीब कदम, देश भर में लगभग 2441 स्कूलों को एनआईटीआई आयोग द्वारा अटल टिंकरिंग लैब स्थापित करने के लिए चुना गया है। गुरुग्राम एनआईटीआई आयोग से, भारत सरकार ने तीन प्रतिष्ठित स्कूलों सीडी इंटरनेशनल स्कूल, लोटस वैली और दिल्ली पब्लिक स्कूल, सुशांत लोक को अटल टिंकरिंग लैब्स खोलने के लिए चुना है। इन प्रयोगशालाओं को एआईएम अनुदान सहायता प्रदान करेगा जिसमें ऑनटाइम इंस्टीट्यूशन लागत 10 लाख रुपये और प्रत्येक एटीएल को कम से कम 5 साल के लिए 10 लाख रुपये का परिचालन खर्च दिया जायेगा।
इस समूह में सूचीबद्ध होने के लिए सीडी इंटरनेशनल स्कूल, गुरुग्राम के लिए यह गर्व की बात है। सीडी समूह के निदेशक, यशपाल यादव ने बताया कि ये प्रयोगशालाएं समर्पित कार्य स्थान हैं जहां छात्र (कक्षा VI – XII) नवाचार कौशल सीखते हैं और विचारों को विकसित करते हैं जो भारत को स्थानांतरित करने के लिए आगे बढ़ेंगे। प्रयोगशालाएं छात्रों को अत्याधुनिक उपकरणों से परिचित कराने के लिए संचालित हैं, जेसे 3 डी प्रिंटर, रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स विकास उपकरण, आईओटी और सेंसर इत्यादि।
प्रयोगशाला गतिविधियों की रचनात्मकता की चमक को बढ़ाने के लिए डिजाइन की गई है और नियमित पाठ्यक्रम और पाठ्य पुस्तक सीखने से परे जाना चाहता है। प्रयोगशालाएं छात्रों के भविष्य को कौशल, कम्प्यूटेशनल सोच, अनुकूली शिक्षा और कृत्रिम बुद्धि का पता लगाने में सहायता करेगी। यहाँ एटीएल नवाचार के केंद्र होंगे जहां युवा दिमाग अद्वितीय स्थानीय समस्याओं को हल करने के लिए अपने विचारों को तेज करेगा। एटीएल भारतीय छात्रों के बीच वैज्ञानिक स्वभाव, नवाचार, रचनात्मकता का माहौल बनाने के लिए भारत सरकार का एक दृष्टिकोण है। यह भारत का एक नई दिशा में एक नया कदम है।
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