हरियाणा शिक्षण संस्थान संगठन के पदाधिकारियों की बुधवार को एक ऑनलाइन मीटिंग जूम ऐप पर हुई। इस मीटिंग में सर्वसम्मति से स्कूलों को बार-बार बंद करने को लेकर जो आदेश जारी किए जाते हैं। उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया। सरकार बिना कुछ सोचे समझे केवल और केवल एक पहलू को देखकर ही आदेश पारित कर देती है। यदि सरकार यह सोचती है कि स्कूल बसें पॉल्यूशन पैदा करती हैं तो हम सरकार को यह बताना चाहते हैं कि स्कूल बसें केवल 2-3 घंटे सड़क पर रहती हैं। बाकी 21-22 घंटे बसें स्कूल की पार्किंग में खड़ी रहती हैं। यदि सरकार का यह मत हैं कि बच्चों के स्वस्थ को सुरक्षित रखना है तो वैज्ञानिक तथ्य हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की अपेक्षा बच्चों में अधिक होती है। यदि सरकार का यह मानना है कि बंद कमरे में प्रदूषण कम रहता है तो स्कूलों में भी कमरे बंद रह सकते हैं, ग्राउंड एक्टिविटी पर सरकार पाबंदी लगा सकती है।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष यशपाल यादव ने सवाल उठाए कि सरकार ये बताए कि उनकी प्राथमिकताओं में शिक्षा किस नंबर पर आती है। स्वस्थ और शिक्षा दोनों ही एक समान ही जरूरी है। शिक्षा के बिना भी मनुष्य पशु समान ही होता हैं। अतः स्वस्थ एवं शिक्षा सरकारी प्रथमिकताओ में एक समान ही होनी चाहिए। बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर 175 से नीचे आ चुका है तो सरकार को चाहिए कि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न पहुचाए और तुरंत प्रभाव से स्कूलों को खोलने के आदेश पारित करे। इस मीटिंग में संगठन के महासचिव ओम प्रकाश अरोड़ा, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जेपी यादव, उपाध्यक्ष दिनेश जोशी। जिला अध्यक्ष संजीव चौहान, सोहना खंड के अध्यक्ष मामराज डागर, जगबीर राघव, अरुण अत्रि, सतप्रकाश आर्य, कृष्ण राघव, यश राघव, जीत राम, महाबीर यादव, नरेन्द्र यादव आदि गणमान्य स्कूल संचालक शामिल रहे।
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