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हसन खां मेवाती व राणा सांगा का बलिदान नहीं जाने देंगे व्यर्थ : वशिष्ठ गोयल

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बडक़ली में 20 जनवरी को शहीदों की याद में है कार्यक्रम, पिपाका के ग्रामीणों को दिया आने का न्योता
गुड़गांव (अजय) : नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल एवं अध्यक्ष डॉ सर्वदानंद आर्य ने मेवात की राजधानी कहे जाने वाले बडक़ली चौक पर 20 जनवरी को शहीदों की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सफल बनाने के लिए तावड़ू के गांव पिपाका में अभियान चलाया एवं ग्रामीणों को सभा में आने का न्यौता दिया। इसके पूर्व पिपाका गांव पहुंचने पर वशिष्ठ गोयल व सर्वदानंद आर्य का ग्रामीणों ने फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। बाद में यहां एक नुक्कड़ सभा का भी आयोजन किया गया। नुक्कड़ सभा का आयोजन पिपाका के रति मोहम्मद, उमर मोहम्मद, जहीरूद्दीन, कमरूद्दीन, हाजी इस्माइल, हाजी जहीरूद्दीन, हाजी शहीद, हाजी सद्दीक, घसीटा, मोहम्मद इसराइल, आमिन, उस्मान, जाकीर हुसैन, शहाबुद्दीन,सादीक ने किया था। इस मौके पर नव जन चेतना मंच के डॉ संजय दायमा, कादरपुर, रविन्द्र सिंगला, यशपाल, ओमवीर गहलोत, दीपक, मुकेश सैनी भी मौजूद थे जबकि मंच संचालन आजाद हसनैन जैदी कर रहे थे।
सभा को संबोधित करते हुए वशिष्ठ गोयल ने कहा कि मेवात शहीदों एवं देशभक्तों की जन्मभूमि है पर आज इस इलाके को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए शहीद हसन खां मेवाती, दादा बाहर एवं अलवर के राजा राणा सांगा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है और वे इन शहीदों के  बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। वे मेवात के गौरव को फिर से वापस दिलाने, यहां के लोगों को मान-सम्मान दिलाने के लिए भरपूर प्रयास करेंगे। इसी के तहत बडक़ली चौक पर 20 जनवरी को शहीदों की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है जिसमें वे आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा कि मेवात में ऐसा पहली बार हो रहा है जब मेवातवासी शहीद हसन खां मेवाती के साथ-साथ राणा सांगा की शहादत को भी याद करेंगे। ऐसा कर नव जन चेतना मंच विलुप्त होती जा रही हिन्दुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब को बचाने का प्रयास करेगा।

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