PBK NEWS | हिसार। एक विवाहिता से उसका पति, जेठ व देवर दुष्कर्म करते रहे। महिला ने अन्य ससुराल वालों को यह बात बताई तो उन्होंने उसे चुप रहने को कहा। तंग आकर महिला एक साल मायके भी रही, लेकिन ससुराली फिर उसे ले गए और हवस का शिकार बनाते रहे। महिला ने इस संबंध में चरखी दादरी के बाढड़ा थाने में जीरो एफआइआर दर्ज कराई थी। हिसार में विवाहिता का ससुराल होने के कारण एफआइआर को सदर थाना में ट्रांसफर कर दिया गया है। सदर थाना पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता का नागरिक अस्पताल में मेडिकल करवाया। इसके बाद कोर्ट में बयान दर्ज करवाए हैं।
मूलतः राजस्थान की रहने वाली 24 वर्षीय विवाहिता के मुताबिक उसकी शादी 13 वर्ष पूर्व 31 अप्रैल 2007 को स्याहड़वा निवासी युवक से हुई थी। शादी में उसकी रजामंदी नहीं थी, मगर परिवार के दबाव में आकर वह विरोध नहीं जता पाई। हालांकि उसका मुकलावा एक साल बाद 14 साल की उम्र में हुआ था। उसकी बहन की शादी भी उसी के देवर के साथ हुई थी।
आरोप है कि शादी के एक साल बाद उसने बेटे को जन्म दिया था। इसके बाद उसे ससुरालियों ने परेशान करना शुरू कर दिया, जिसमें उसकी बहन और सास ने पूरा सहयोग किया था। पति के अलावा जेठ और देवर ने दुष्कर्म किया। उसे व बेटे को जान से मारने की धमकी देकर उसे चुप करवा दिया जाता था। पंचायतें भी हुई। एक साल तक वह अपने मायके में रही, मगर आरोपी परेशान न करने की बात कह समझौता करके लेकर चले गए।
कुछ समय बाद फिर परेशान करने लगे। तंग आकर उसने रेलवे लाइन पर जाकर गाड़ी के नीचे कटने की कोशिश की। तब उसे बचा लिया गया था। 27 जून 2016 को उसके साथ फिर से दुष्कर्म का प्रयास हुआ। विरोध किया तो कमरे में बंधक बना दिया।
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