जकार्ता। इंडोनेशिया में प्राकृतिक आपदा सुनामी की आशंका बराबर बनी हुई है इस खतरें से लोग भयभीत हैं। एनाक क्राकाटो ज्वालामुखी में मंगलवार दोपहर को फिर से भारी धमाका हुआ। इसके बाद सुमूर के हजारों लोग ऊंचाई पर भागने को मजबूर हुए। अब तक सुनामी में मृतकों की संख्या 429 पहुंच गई है। जबकि 1485 लोग घायल हुए हैं, 154 लापता हैं और 16,082 बेघर हो गए हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बोर्ड के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुगरोहो ने कहा- मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है, क्योंकि राहत व बचाव टीमें पानी में अभी भी शवों की तलाश कर रही हैं। सुनामी की चेतावनी जारी करने की प्रणाली के अभाव व अनुपस्थिति की वजह से भारी क्षति हुई क्योंकि लोगों के पास अपने घरों को खाली करने का समय नहीं था।
खबरों के मुताबिक, बारिश की वजह से राहत अभियान में दिक्कतें आ रही हैं। अब तक कम से कम 883 घर, 73 होटल और विला, 60 दुकान व स्टॉल, 434 नौकाएं और 41 मोटर वाहन बर्बाद हो गए हैं। कुत्तों और भारी मशीनरी की मदद से बचाव अभियान चलाया जा रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बोर्ड के प्रवक्ता सुतोपो ने कहा- ‘इंडोनेशिया नौसेना ने समुद्र और जावा द्वीप के तटों से दूर कई शवों को बरामद किया है। अभी भी सामग्रियों, टेंट व अन्य जरूरी चीजों की काफी आवश्यकता है।
वहीं, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें दिखाया गया है कि राहत दल के लोग 12 घंटे तक फंसे रहे एक 5 साल के बच्चे को जीवित बचाने में सफल रहे। ज्ञात हो कि आज ही के दिन 14 साल पहले भी इंडोनेशिया में भयंकर सुनामी आई थी। 2004 में 26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे पर आई सुनामी के कारण 1,67,799 लोगों ने जान गंवा दी थी। यह सुनामी 9.1 तीव्रता के भूकंप के कारण आई थी।
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