वाशिंगटन । सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा है कि इजरायल को अपने देश में फैसले लेने का पूरा हक है। अमेरिका दौरे पर गए प्रिंस ने वहां की द एटलाटिंक पत्रिका से यह बात कही। सलमान का यह वक्तव्य चौंकाने वाला है, क्योंकि पहले उनकी राय इस मसले पर कुछ और थी। सऊदी अरब व इजरायल के बीच राजनयिक संबंध आज भी नहीं हैं, लेकिन दोनों ईरान को साझे दुश्मन के तौर पर देखते हैं और अमेरिका से दोनों देशों के संबंध काफी प्रगाढ़ हैं।
इजरायल व फिलीस्तीन के बीच हुए संघर्ष की वजह से सऊदी अरब की राय पहले अलग थी। प्रिंस सलमान फिलीस्तीन की संप्रभुता का समर्थन करते हैं। उनसे सवाल किया गया था कि यरुशलम के लोगों को अपना राष्ट्र चुनने का अधिकार है, तो उनका कहना था कि इजरायल के साथ फिलीस्तीन के लोगों को अधिकार है कि वह अपनी जमीन का चयन स्वेच्छा से करें। उनका कहना था कि हमें तय करना होगा कि क्षेत्र में शांति बनी रहे।
2002 से सऊदी अरब शांति के लिए प्रयास कर रहा है। उसका मानना है कि इजरायल व फिलीस्तीन के बीच शांति बनाए रखने के लिए दो राष्ट्रों की थ्यौरी का सिद्धांत ठीक है। उनका कहना था कि फिलीस्तीन की सीमा के नजदीक रहने वाले इजरायल के लोगों धर्म को लेकर उन्हें आपत्ति नहीं है। इसी तरह से यरुशलम में बनी पवित्र मस्जिद जब तक सुरक्षित है तब तक उन्हें किसी तरह की आपत्ति नहीं है।
ट्रंप ने की नेतन्याहू से बात
मध्य पूर्व में चल रही उठापटक के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की। अमेरिका का कहना था कि वह इजरायल के साथ है। दोनों ने ईरान से लड़ाई में एक दूसरे का साथ देने का भरोसा दिया।
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