नई दिल्ली : अगर आपने अब तक यह सोच कर अपने गर्म कपड़ों को बाहर नहीं निकाला है, कि सर्दी तो नवंबर के आखिर में आती है, तो आपको अपने हल्के गर्म कपड़े तुरंत बाहर निकाल लेने चाहिए। इसकी वजह है मौसम विभाग का पूर्वानुमान। जी हां, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अक्टूबर के अंत तक तापमान 13 से 14 डिग्री तक लुढ़क सकता है, जिससे सुबह और शाम के समय ठंड का अहसास होने लगेगा।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली-एनसीआर में अभी तापमान 15 डिग्री को छू चुका है, पंखे बंद हो चुके हैं। समय से पहले आई इस सर्दी की वजह से बहुत से लोग बीमार पड़े रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी इस बदलते मौसम में बीमार पड़ने से बचना चाहते हैं तो इन जरूरी बातों का ध्यान रखें। मौसम में हो रहे बदलाव के कारण वायरल इंफेक्शन के मामले में बढ़ोतरी हो रही है।
संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ ओम श्रीवास्तव ने बताया कि तापमान में होने वाले उतार-चढ़ाव से वायरस को शह मिलती है, जिससे सर्दी, खांसी, बुखार जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। मौसम बदलने से सबसे अधिक परेशानी सांस की समस्या से जूझ रहे लोगों को होती है। ऐसे में इन लोगों को खास तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। सांस के मरीज अपनी दवाइयां और इन्हेलर का इस्तेमाल समय-समय पर करते रहें।
समय से पहले आई सर्दी का असर सबसे अधिक बच्चों और बूढ़ों पर पड़ता है, क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। अधिकतर बच्चों में सर्दी, खांसी, निमोनिया की समस्या हो जाती है जबकि कई बार मौसम में आए अचानक बदलाव से बच्चों में डायरिया की भी दिक्कत आ सकती है।
ऐसे में उन्हें नियमित रूप से लिक्विड देते रहें। बीमारियों से दूर रखने के लिए बच्चों को वक्त पर वैक्सीन जरूर दें। सुबह वॉक पर जाने से पहले गर्म कपड़े ही पहनें और रात में भी गर्म कपड़े जरूर पहनें। खानपान का भी विशेष ध्यान रखें। मसाले वाली चीजों से परहेज करें, हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें। ऐलर्जी से बचने के लिए अदरक, लहसुन, शहद और तुलसी का सेवन करें।
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